उज्ज्वला का होगा कायाकल्प, घर बैठे भरवाएं एलपीजी सिलिंडर | |
शाइन जैकब / नई दिल्ली 03 09, 2020 | | | | |
उज्ज्वला योजना के उपभोक्ताओं को मोबाइल की तरह जल्दी ही रसोई गैस सिलिंडर के लिए टॉप अप कराने का विकल्प मिल सकता है। वे अपने दरवाजे पर ही 50-100 रुपये की गैस भरवा सकेंगे। इसके लिए सरकार देशभर में मोबाइल एलपीजी वैन चलाने की योजना बना रही है। तेल विपणन कंपनियां प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों को सिलिंडरों भरने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह के कई उपाय शुरू करने पर विचार कर रही हैं। सूत्रों का कहना है कि सिलिंडर भरने के लिए उपभोक्ताओं को आंशिक ऋण देने की भी योजना है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) अैर हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) के लिए एलपीजी के नियमित इस्तेमाल को प्रोत्साहन देना एक बड़ी चुनौती बना हुआ है क्योंकि उज्ज्वला योजना के लाभार्थी दूसरा सिलिंडर भरवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
नियंत्रक एवं महोलखा परीक्षक की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2018 में पीएमयूवाई के 1.93 करोड़ उपभोक्ताओं (जिन्हें एक साल से अधिक समय हो चुका था) की सिलिंडर की सालाना औसत खपत केवल 3.66 सिलिंडर थी। योजना के 3.18 करोड़ उपभोक्ताओं पर किए गए विश्लेषण के मुताबिक 2018 में अंत में यह आंकड़ा गिरकर 3.21 सिलिंडर रह गया। एक अधिकारी ने कहा, 'सिलिंडर भरवाने की आदत को बढ़ावा देने के लिए छोटे सिलिंडरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसके अलावा दूसरे सिलिंडर के लिए ऋण भी दिया जाएगा और सीधे उपभोक्ताओं के घर पर आपूर्ति के लिए रिफिल वैन भी चलाई जाएंगी।'
अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा पहलुओं को प्राथमिकता देते हुए मोबाइल वैन शुरू की जाएंगी। उज्ज्वला योजना में दोबारा सिलिंडर भरवाने वाले उपभोक्ताओं की कम संख्या के कारण सरकार को विपक्ष की आलोचना का सामना करना पड़ा था। साथ ही सामान्य उपभोक्ताओं के सिलिंडर भरवाने का औसत आंकड़ा घटकर 7 के करीब रह गया है।
उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त में रसोई गैस सिलिंडर दिया जाता है। इसकी बदौलत देश में एलपीजी कवरेज 55 फीसदी से बढ़कर 97.4 फीसदी पहुंच गया है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के मुताबिक देश के 27.59 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से करीब 8 करोड उपभोक्ता उज्ज्वला योजना से जुड़े हैं।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले सप्ताह कहा कि यह मिशन अभी पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, व्यवहार में बदलाव, आपूर्ति शृंखला को और मजबूत करना और स्वच्छ ऊर्जा को अपनाना हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। हम लोगों को सिलिंडरों को दोबारा भरवाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। भाजपा सरकार के पिछले साल दोबारा सत्ता संभालने के बाद लाभार्थियों को 14.2 किग्रा और 5 किग्रा के सिलिंडरों का विकल्प दिया गया था। अब उन्हें 5 किग्रा के दो सिलिंडरों का विकल्प दिया जा रहा है।
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