क्या बीमा कवर में शामिल है कोरोनावायरस? | बिंदिशा सारंग / March 08, 2020 | | | | |
दुनिया के कई देशों के कोरोनावायरस की चपेट में आने से आज कई लोगों में मन में यह दुविधा है कि विदेश यात्रा करें या नहीं? कई लोग महीनों पहले की विदेश जाने की योजना बना चुके थे और उनकी बुकिंग पहले ही हो चुकी है। अगर आप ऐसे लोगों में शामिल हैं तो कुछ चीजें आपको सही निर्णय लेने में मदद कर सकती हैं।
अगर नहीं जाना चाहते हैं
अगर आप अपनी यात्रा रद्द करते हैं तो आपके टिकट का क्या होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने इसे कहां से खरीदा था। कुछ कंपनियां पूरा रिफंड दे रही हैं। इजीगो के सह-संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी आलोक बाजपेयी कहते हैं, 'हम कोई सवाल पूछे बिना कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित देशों के टिकट का पूरा रिफंड दे रहे हैं, चाहे इस बारे में विमानन कंपनी की जो भी नीति हो।' लेकिन हर कंपनी की इस तरह की नीति नहीं है। इसलिए इस बारे में विमानन कंपनी की नीति की जांच करें। उदाहरण के लिए विस्तारा ने कहा है कि वह मार्च में 54 अंतरराष्टï्रीय उड़ानें रद्द कर रही है और उपभोक्ता इन उड़ानों का पूरा रिफंड ले सकते हैं। स्पाइसजेट ने भी 28 मार्च तक नई दिल्ली और हॉन्ग कॉन्ग की उड़ानों को रद्द कर दिया है। कंपनी भी पूरा रिफंड या फीस में छूट दे रही है। लब्बोलुबाब यह है कि हवाई यात्री पूरा रिफंड ले सकते हैं या बुकिंग राशि का भविष्य में यात्रा के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। यहां यह बात ध्यान देने योग्य है कि विमानन कंपनियां रिफंड दे सकती हैं। साथ ही अगर वे अपनी उड़ानें रद्द कर रही हैं तो भविष्य में मुफ्त उड़ान की पेशकश कर सकती हैं। पर अगर आप अपनी यात्रा उड़ान रद्द करते हैं तो आपको ये सुविधाएं नहीं मिलेंगी।
अगर जाना चाहते हैं
कोरोनावायरस फैलने के बाद कई अंतरराष्टï्रीय मार्गों पर हवाई यात्रा के किराये में उल्लेखनीय कमी आई है। बाजपेयी ने कहा, 'कोरोनावायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों को जाने वाले यात्रियों की संख्या में कमी आई है लेकिन दूसरे देशों में अब भी मांग बरकरार है।' अगर आप जाना चाहते हैं तो आपको कुछ एहतियाती कदम उठाने की जरूरत है। विदेश यात्रा के विशेषज्ञ मुंबई के मुकुल लालका ने कहा, कम से कम सामान के साथ यात्रा कीजिए। डिस्पोजेबल मास्क पहनें और अपने साथ ले जाएं। साथ ही उस तरह के प्लास्टिक के दस्ताने पहनें जैसे शेफ किचन में पहनते हैं। चेहरे पर क्रीम लगाएं, नियमित रूप से चेहरा साबुन से धोएं और बार-बार क्रीम लगाएं। जब भी हाथ दस्तानों से बाहर निकालें, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। प्लास्टिक के दस्तानों से आप वायरस से प्रभावित चीजों के संपर्क में आने से बच जाएंगे। अनजाने संपर्क से बचने के लिए जितना संभव हो, अपने हाथों को मोड़कर रखें।
जहां तक नई बुकिंग का संबंध है, तो कुछ कंपनियां यात्रियों के बीच जारी अनिश्चितता को देखते हुए विशेष योजनाएं ला रही हैं। एसओटीसी ने भी नए ग्राहकों के लिए 'अल्ट्रा फ्लेक्सी स्कीम' शुरू की है। एसओटीसी ट्रैवल के प्रेजिडेंट और कंट्री प्रमुख (लीजर) डेनियल डिसूजा ने कहा, 'इस योजना के तहत ग्राहकों यात्रा की तिथि में विकल्प दिया जाएगा और कोविड-19 के कारण टिकट रद्द होने की स्थिति में वास्तविक वीजा शुल्क ही वसूल किया जाएगा।' क्या बीमा आपको बचाएगा? अगर आपके पास स्वास्थ्य बीमा है तो देश में भीतर यात्रा करने पर ही आप इसके दायरे में आएंगे। एको जनरल इंश्योरेंस में उत्पाद विकास के प्रमुख और मुख्य जोखिम अधिकारी बीरेश गिरि ने कहा, 'इस तरह के संक्रमण हमारी स्वास्थ्य बीमा योजनाएं के दायरे में हैं। कोरोनावायरस जैसी नई बीमारियां पहले से मौजूद बीमारी की श्रेणी में नहीं आती हैं, इसलिए उनके साथ कोई प्रतीक्षा अवधि नहीं होगी।'
बीमारी से जुड़े विशेष बीमा कवर भी अब उपलब्ध हैं। आनंद राठी इंश्योरेंस ब्रोकर्स के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट प्रवीण सिन्हा ने कहा, 'डिजिट इंश्योरेंस ने एक नई नीति शुरू की है जो खासतौर पर कोरोनावायरस के इलाज से जुड़े खर्च को कवर करती है। लेकिन केवल भारत में ही इलाज इसके दायरे में आएगा।' खास बीमारी से संबंधित कवर व्यापक स्वास्थ्य पॉलिसी से कम खर्चीला होता है और जिन लोगों के पास स्वास्थ्य बीमा नहीं है, वे इसे खरीद सकते हैं। लेकिन अगर आप विदेश जा रहे हैं तो? सिन्हा ने कहा, 'यह बीमारी विदेश यात्रा बीमा पॉलिसी के तहत आएगी क्योंकि अब तक खासतौर पर कोविड-19 को बाहर रखने का कोई प्रावधान नहीं है।' हालांकि उन्होंने साथ ही सुझाव दिया कि अगर आप किसी ऐसे देश की यात्रा पर जा रहे हैं जहां की यात्रा से परहेज करने के लिए सरकार ने परामर्श जारी किया है, तो आपको इस बारे में बीमा कंपनी से पूछताछ करनी चाहिए।
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