हिंसा प्रभावित क्षेत्रों की रिपोर्ट चाहती हैं सोनिया | एजेंसियां / February 28, 2020 | | | | |
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का गठन किया जो दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करके उन्हें रिपोर्ट सौंपेगा। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के अनुसार सोनिया ने मुकुल वासनिक, शक्ति सिंह गोहिल, कुमारी शैलजा, तारिक अनवर और सुष्मिता देव को जिम्मेदारी दी है कि वे उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। वेणुगोपाल ने कहा कि ये प्रतिनिधिमंडल प्रभावित इलाकों का दौरा करने के तत्काल बाद सोनिया को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि विपक्षी दल नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर लोगों को उकसा कर दंगे करवा रहे हैं और वे भ्रम फैला रहे हैं कि नए कानून के कारण मुस्लिम अपनी नागरिकता गवां देंगे। कांग्रेस ने भाजपा द्वारा सोनिया गांधी पर निशाना साधने के बाद शुक्रवार को दावा किया कि कांग्रेस शासन के दौरान राजधर्म में समानता और सद्भाव को महत्व दिया गया, जबकि भाजपा के शासन में पूर्वग्रह एवं विभाजनकारी मानसिकता हावी है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पर पलटवार किया कि अगर राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) का विरोध करना राष्ट्रविरोधी बात है तो भाजपा सरकार को ऐसे लोगों को गिरफ्तार करना चाहिए।
दिल्ली हिंसा को लेकर सरकार को राजधर्म का पालन करने की सोनिया गांधी की नसीहत पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास वोट बैंक की राजनीति के लिए अधिकारों का दमन करने, अपनी बात से पलटने का रहा है इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष राजधर्म पर उपदेश न दें। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'रविशंकर प्रसाद एनपीआर को सबसे पहले बिहार में क्यों नहीं लागू करवा लेते, जहां से आप सांसद हैं?
विपक्षी दलों की पहल
कई गैर-कांग्रेसी विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर कहा है कि वह हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्वी दिल्ली में शांति बहाली और भड़काऊ बयान देने वालों पर कार्रवाई के लिए सरकार को निर्देश दें। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, माकपा, भाकपा, राजद, द्रमुक और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी के हालात पर चर्चा के लिए कोविंद से मिलने का समय मांगा है। पत्र में विपक्षी नेताओं ने कहा, 'दिल्ली के उप राज्यपाल एवं प्रशासन के लोगों को निर्देश दिया जाए कि जल्द शांति बहाली सुनिश्चित हो और भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाए।' सीएए को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई और 250 से अधिक लोग घायल हो गए।
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