अटक गई गोएयर की कतर उड़ान | अनीश फडणीस / मुंबई February 27, 2020 | | | | |
गोएयर की कतर के लिए पहली उड़ान शुरू करने की योजना अधर में लटक गई है। विमानन कंपनी ने इस महीने के प्रारंभ में 19 मार्च से मुंबई-दोहा उड़ान शुरू करने की घोषणा की थी और शुरुआत में 14,000 रुपये में आने-जाने की टिकट की पेशकश की थी। ग्राहकों ने तेजी से टिकटें खरीदीं क्योंकि दोनों शहरों के बीच यात्रा के लिए किराया काफी सस्ता था। लेकिन अब विमानन कंपनी को अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है और इसने धीरे से इस उड़ान के लिए आरक्षण बंद कर दिया है। बुकिंग को स्थगित करने की वजह यह है कि कंपनी को गर्मियों में कतर के लिए ट्रैफिक अधिकार नहीं मिल पाए। सरकारें आपस में ट्रैफिक अधिकारों का लेनदेन करती हैं और अपनी-अपनी विमानन कंपनियों को आवंटित करती हैं ताकि वे नई उड़ानें शुरू कर सकें। पिछले साल नवंबर में गोएयर को कतर के लिए प्रति सप्ताह 1,300 सीट मिली थीं। इस तरह उसे रोजाना एक उड़ान की मंजूरी मिल गई। हालांकि यह सर्दियों के लिए अस्थायी आवंटन था, जो एयर इंडिया को आïवंटित ट्रैफिक अधिकारों का उपयोग न होने पर आवंटित किया गया था। गोएयर ने ट्रैफिक अधिकारों की समयावधि बढ़ाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय में आवेदन किया था और फिर मुंबई-दोहा उड़ान की घोषणा की।
लेकिन अब इसे अपनी उड़ान को टालने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है क्योंकि एयर इंडिया अपने बचे ट्रैफिक अधिकारों का इस्तेमाल करना और गर्मियों में दोहा के लिए और उड़ान शुरू करना चाहती है। गोएयर ने एक बयान में कहा, 'गोएयर को नवंबर 2019 में दोहा के लिए 2019 की सर्दियों (मार्च 2020 के अंत तक) के लिए अधिकार दिए गए थे, जो एयर इंडिया के इस्तेमाल नहीं हो रहे ट्रैफिक अधिकारों में से दिए गए थे। हम नए गंतव्य स्थल के लिए आवश्यक नियामकीय मंजूरियां हासिल करने पर काम कर रहे हैं। गोएयर मार्च 2020 के मध्य में परिचालन शुरू करने के लिए तैयार थी। गोएयर ने इन अधिकारों को 2020 की गर्मियों के लिए बढ़ाने की खातिर सरकार के पास आवेदन किया है। हमारा मानना है कि एयर इंडिया ने सरकार को सलाह दी है कि वह 2020 की गर्मियों में कतर के ट्रैफिक अधिकारों का पूर्ण इस्तेमाल कर लेगी। इसे मद्देनजर रखते हुए गोएयर ने आरक्षण या बुकिंग को स्थगित कर दिया गया है।'
एयर इंडिया और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के प्रवक्ताओं ने बिजऩेस स्टैंडर्ड के ईमेल का जवाब नहीं दिया। हालांकि विमानन उद्योग के अधिकारी एयर इंडिया की वित्तीय समस्याओं को देखते हुए उसकी योजनाओं को लेकर संदेह जता रहे हैं। पिछले साल अप्रैल में जेट एयरवेज के बंद होने के बाद सरकार ने उसके ट्रैफिक अधिकार एयर इंडिया और इंडिगो को आïवंटित कर दिए थे। एयर इंडिया के विनिवेश के शुरुआती सूचना दस्तावेज से पता चलता है कि नवंबर तक इस सरकारी विमानन कंपनी के पास कतर के लिए साप्ताहिक 10,395 सीट थीं। यह कतर की 5,562 सीटों का इस्तेमाल कर रही थी और 4,833 सीट बची हुई थीं। उसके बाद कंपनी ने मुंबई और त्रिची से दोहा के लिए नई उड़ानों की घोषणा की है। इनमें एक मुंबई से बोइंग 787 की उड़ान भी शामिल है, जो पिछले सप्ताह शुरू हुई है।
एयर इंडिया को गर्मियों में अपने ट्रैफिक अधिकारों का पूरा उपयोग करने के लिए हर सप्ताह दोहा के लिए उड़ान 13 से 18 बढ़ानी पड़ेंगी। अतिरिक्त उड़ानों की संख्या इस मार्ग पर लगाए जाने वाले विमानों के प्रकार पर निर्भर करेगी। पहले भी एयर इंडिया ने निजी विमानन कंपनियों के उसके अधिकारों का इस्तेमाल कर सेवाएं शुरू करने की योजनाओं का विरोध किया था। वर्ष 2018 में जेट एयरवेज ने एयर इंडिया के अनुपयोगी अधिकारों का इस्तेमाल करके लंदन की एक अन्य उड़ान शुरू करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से संपर्क साधा था। जेट को भीड़भाड़ वाले हीथ्रो हवाई अड्डे पर अपनी साझेदार विमानन कंपनियों से स्लॉट लिए थे।
|