यूपीआई आधारित भुगतान सेवा शुरू करेगी पेपाल | युवराज मलिक / नई दिल्ली February 25, 2020 | | | | |
भारत में व्हाट्सऐप को डिजिटल भुगतान की पेशकश की मंजूरी मिलने के बाद उसकी अमेरिकी समकक्ष कंपनी पेपाल इस कारोबार में उतरने की तैयारी कर रही है। सूत्रों ने कहा, धन प्रेषण की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनी में से एक पेपाल होल्डिंग्स इंक भारत में पी2पी भुगतान की पेशकश करेगी। यह सेवा देसी डिजिटल भुगतान नेटवर्क यूनिवर्सल पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पर आधारित होगा और आगामी महीनों में इसे पेश किया जाएगा। यह कदम पेपाल को पेटीएम, गूगल पे, फोनपे और इसकी तरह की कुछ अन्य कंपनियों की सूची में शामिल करता है और यह ऐसे समय में हो रहा है जब डिजिटल भुगतान का विकल्प अपनाने में तेजी आ रही है। यूपीआई पर लेनदेन साल 2019 मेंं दोगुना हो गया और 2018 में यह पांच गुना बढ़ा था। यह पहला मौका है जब पेपाल पी2पी के साथ प्रयोग कर रही है। अभी तक कंपनी ने भारतीयों को अंतरराष्ट्रीय बैंक खाते में रकम का हस्तांतरण करने और भारत में कुछ चुनिंदा मर्चेंट साइट पर भुगतान की सुविधा दी है।
इस बारे में पेपाल इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, नीति के तौर पर हम बाजार के कयासों पर टिप्पणी नहीं करते। विशेषज्ञों ने कहा कि पेपाल उपभोक्ताओं के लिए भुगतान सेवा शुरू करने के क्षेत्र में देर से आई है। भारत में उसने नवंबर 2017 में कानूनी इकाई स्थापित की। ईवाई के पार्टनर और लीडर (डिजिटल व इमर्जिंग टेक्नोलॉजी ग्रुप) महेश मखीजा ने कहा, भारत दुनिया भर में पी2पी भुगतान के सबसे बड़े बाजारों में से एक बनने जा रहा है। बाजार के रूप में कोई भी भारत को छोड़ नहीं सकता।
वैश्विक स्तर पर कंपनी की काफी अच्छी पहुंच है और उसके लिए भारत में उपभोक्ता भुगतान के क्षेत्र में प्रसार करना आसान होगा। कंपनी के आंकड़ोंं के मुताबिक, पेटीएम हर महीने 50 करोड़ से ज्यादा लेनदेन करती है जबकि फोनपे करीब 7 करोड़ और गूगल पे करीब 6.7 करोड़। प्रतिस्पर्धा और बढ़ेगी क्योंंकि 40 लाख से ज्यादा यूजर वाली व्हाट्सऐप भुगतान का समाधान पेश करेगी। इस बारे में बिजनेस स्टैंडर्ड ने 7 फरवरी को खबर दी थी कि उसे चरणबद्ध शुरुआत के लिए एनपीसीआई से मंजूरी मिल गई है।
सूत्रों ने कहा कि बेंगलूरु, चेन्नई और हैदराबाद में पेपाल के 3,500 कर्मचारी हैं और पिछले कुछ वर्षों में उसने भारत के उपभोक्ता पर ध्यान बढ़ाया है। कंपनी लोकप्रिय ई-कॉमर्स कंपनी मसलन मिंत्रा और बुकमाईशो आदि के साथ साझेदारी कर चुकी है और पेपाल के जरिये वहां भुगतान की व्यवस्था है। अमेरिका में सूचीबद्ध कंपनी ने पाइन लैब्स की तरफ से 12.5 करोड़ डॉलर जुटाए जाने में भागीदारी की है। पाइन लैब्स अग्रणी पीओएस प्रदाता है। पेपाल इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, कंपनी पर्यटन, लाइफस्टाइल, मनोरंजन और फैशन ई-कॉमर्स श्रेणी में साझेदारी पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
नैसडेक में दिसंबर में जमा कराए गए दस्तावेज के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर पेपाल के 30.5 करोड़ सक्रिय खाते हैं। भारतीय इकाई पेपाल पेमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड का राजस्व वित्त वर्ष 2019 में दोगुना होकर 655 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, वहीं नुकसान 2.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 8.1 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
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