ब्रांडों की पसंद में आलिया अव्वल | सोहिनी दास / February 20, 2020 | | | | |
अगर 60 से अधिक उम्र वाले ब्रांड को अगर अपने वादे में जोश भरने की जरूरत होगी तब उसे क्या करना चाहिए? या कोई नया कोला ब्रांड जब किसी वीडियो शेयर करने वाले मंच से जुड़ता है तब उसे क्या करने की जरूरत होती है या फिर किसी इलेक्ट्रिकल वस्तुओं के निर्माताओं को मिलेनियल से जुडऩा हो तब कैसी रणनीति होनी चाहिए? पिछले कुछ सालों में विभिन्न ब्रांडों ने अपने ग्राहकों को लक्षित करने के लिए मशहूर युवा अदाकारा आलिया भट्ट को चुना है। सभी ब्रांड इसी चेहरे को पसंद करते हैं और इसके विज्ञापन करार में काफी तेजी देखी गई है। हाल के डेफ ऐंड फेल्प्स सेलिब्रिटी मूल्यांकन रिपोर्ट के मुताबिक दीपिका पडुकोणे के अलावा आलिया ही एकमात्र ऐसी अभिनेत्री हैं जो देश में विज्ञापन करार के लिए ज्यादा पैसे पाने वाले शीर्ष 10 सेलेब्रिटी की श्रेणी में शामिल है। उन्होंने अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज अभिनेता को भी सातवें पायदान पर छोड़ दिया है और साथ ही विज्ञापन करार की होड़ में महेंद्र सिंह धोनी, रणबीर कपूर, ऋतिक रोशन और महिला अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा, करीना कपूर खान और अनुष्का शर्मा को छोड़ दिया है।
आलिया ने वर्ष 2018 और 2019 में बॉलीवुड में कई हिट फिल्में दी हैं और फिलहाल उन्होंने 4.5 करोड़ डॉलर तक का ब्रांड करार किया है। वह फैशन, फूड और बेवरिज तक के लिए विज्ञापन करती हैं और उन्होंने एक स्टार्टअप स्टाइल मंच स्टाइलक्रैकर में निवेश किया है। आखिर 26 साल की अभिनेत्री में ब्रांडों को कितनी उम्मीदें दिखती हैं? एक ब्रांड इंटेलीजेंस और डेटा इनसाइट कंपनी टीआरए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन चंद्रमौलि के मुताबिक पुरुष प्रधान उद्योग में अपने बूते पर फिल्म को चला पाना उनकी बड़ी खूबी है। उनका कहना है कि उनकी शख्सियत में तार्किकता, भावनात्मक, महत्त्वाकांक्षी और संवाद करने में निपुणता ही उन्हें खास बनाती है। अगर महत्त्वकांक्षा के पैमाने पर भी देखा जाए तो वह अव्वल दिखती हैं। उन्होंने जिस तरह की फिल्में पसंद की हैं और जिस तरह एक ही ढर्रे वाली फिल्म के लिए इनकार किया है उससे यह अंदाजा मिलता है कि वह अपनी भूमिकाओं के साथ प्रयोग करने की इच्छुक हैं और उनकी फिल्में केवल बॉक्स ऑफिस की सफलता तक ही सीमित न रहे बल्कि विभिन्न तरह के दर्शक वर्ग को भाए। मार्केटिंग करने वालों का कहना है कि इसी वजह से ब्रांड आलिया को चुनते हैं।
आलिया हर साल एक ब्रांड के विज्ञापन करार के लिए करीब एक करोड़ रुपये लेती हैं और वह कई सेलिब्रिटी के मुकाबले ब्रांडों को किफायती लगती हैं। उनकी फीस की वजह से ही उनका दायरा बड़ा है और मार्केटिंग से जुड़े लोगों का कहना है कि आलिया सबके बजट में फिट होने के साथ ही विभिन्न उम्र वर्ग और हर जगह अपील रखती हैं। सोशल मीडिया पर उनकी दमदार मौजूदगी से ब्रांडों को भी ऑनलाइन अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का मौका मिलता है। हरीश बिजूर कंसल्ट्स के संस्थापक और सीईओ हरीश बिजूर का मानना है कि आलिया के पास खाली स्लॉट हैं जिसे भरा जा सकता है क्योंकि प्रियंका चोपड़ा के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रोजेक्ट हैं जिनकी वजह से उनके पास वक्त नहीं होता। आलिया की खास बात यह भी है कि उनकी अपील बिल्कुल अलग तरह के ब्रांडों के बीच भी है। वह नए दौर का एक मुफीद चेहरा हैं जिनका इस्तेमाल हर तरह के ब्रांड अपने प्रचार के लिए कर सकते हैं। वह कहते हैं, 'उनके ताजातरीन चेहरे वाली शख्सियत को देखकर ऐसा लगता है जैसे वह पड़ोस की कोई लड़की हैं। वह युवा होने के साथ ही आधुनिक भी लगती हैं और वह हरफौनमौला हैं।'
ब्रांडों का कहना है कि उनको लेकर हर जगह चर्चा जरूर होती हैं चाहे वह उनके द्वारा चुनी गई फिल्में हों या फिर वह जिस तरह अपनी निजी जिंदगी में रहती हैं उसको लेकर भी सुर्खियां बनी रहती हैं। वह अत्याधुनिक पीढ़ी के उपभोक्ताओं से सीधे जुड़ जाती हैं। विक्को के निदेशक संजीव पेंढारकार ने अपने एक नए विज्ञापन अभियान के लॉन्च के मौके पर कहा, 'विको वज्रदंती 1952 से ही घर-घर में जाना-पहचाना नाम बन चुका है। इससे वफादार उपभोक्ताओं का एक बड़ा आधार जुड़ा है। युवा पीढ़ी और मिलेनियल में अपील बनाने की मार्केटिंग रणनीति में आलिया से बेहतर चुनाव क्या हो सकता है।'
विको की तरह के कई ब्रांड उनकी सोशल मीडिया पर मौजूदगी का फायदा उठाने में दिलचस्पी रखते हैं। आलिया के इंस्टाग्राम पर 4.3 करोड़ फॉलोअर हैं जबकि यूट्यूब पर 13 लाख सबस्क्राइबर और ट्विटर पर 2 करोड़ फॉलोअर हैं। वह अपने टाइलमलाइन पर ब्रांड का प्रचार करते हुए उनकी कहानी भी साझा करती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि उनका सोशल मीडिया मंच कुछ पेशेवर प्रबंधन के साथ और बेहतर हो सकता है। अगर ऐसा होता है तब आलिया की ब्रांड वैल्यू और बढ़ जाएगी और उनके ब्रांड करार में और इजाफा हो सकता है।
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