दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे में एक लेन ई-वाहनों की | एजेंसियां / नई दिल्ली February 13, 2020 | | | | |
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को उद्योगों से अपील की कि वह 1.03 लाख करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के इलेक्ट्रिक लेन के विकास में सरकार के साथ हाथ मिलाएं। इसके साथ ही उन्होंने गंभीर भागीदारों को नीतिगत सहयोग मुहैया कराने का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को इलेक्ट्रिक लेन के तौर पर बनाने की योजना है। 1,320 किलोमीटर एक्सप्र्रेसवे का दिल्ली-जयपुर का हिस्सा दिवाली से पहले बनकर तैयार हो जाएगा।
उद्योग संगठन फिक्की के एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा, 'भारतीय निवेशकों को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की इलेक्ट्रिक लेन में निवेश के लिए आगे आना चाहिए। 1.03 लाख करोड़ रुपये की लागत वाला यह एक्सप्रेसवे तीन साल में बनकर तैयार होगा।' उन्होंने बताया कि सरकार गंभीर निवेशकों को नीतियों में सहयोग करने के लिए तैयार है और साथ ही उन्होंने निवेशकों से बायो-सीएनजी तथा ई-वाहन सहित वैकल्पिक ईंधन के क्षेत्र में आगे आने की अपील की। गडकरी ने कहा कि इससे भारत को कच्चे तेल के आयात में करीब 7 लाख करोड़ रुपये की बचत हो सकती है।
आधुनिक परिवहन ढांचे पर जोर देते हुए गडकरी ने कहा कि इस महीने स्वीडन की यात्रा में भी वह इलेेक्ट्रिक राजमार्ग का मसला उठाएंगे। उन्होंने कहा कि ई-वाहन भारतीय कंपनियों और स्टार्टअप के बीच लोकप्रिय हो रहा है और वह दिन दूर नहीं जब भारत ई-वाहनों का प्रमुख निर्यातक होगा।
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