जून से उड़ान भरेंगे स्पाइसजेट के 737 मैक्स! | गिरीश बाबू / चेन्नई February 13, 2020 | | | | |
प्रमुख विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने उम्मीद जताई है कि उसके बंद पड़े बोइंग 737 मैक्स विमानों का परिचालन जून से सुचारू हो सकता है। स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह ने कहा कि इससे कंपनी की वृद्धि को रफ्तार मिलेगी। चीन में कोरोनावायरस के प्रकोप का भारतीय विमानन कंपनियों पर अब तक कोई प्रभाव नहीं पड़ा है लेकिन इस संक्रमणकारी रोग का प्रमुख प्रभाव विमान एवं विमानन उद्योग पर दिखेगा। चेन्नई में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सिंह ने कहा, 'इस साल हमने 50 फीसदी वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि इसलिए संभव हुई क्योंकि हमने बंद हो चुकी विमानन कंपनी जेट एयरवेज से कुछ विमान लिए थे। बड़ी तादाद में हमारे मैक्स विमानों का परिचालन बंद है। हम उम्मीद करते हैं कि हमारे मैक्स विमानों का परिचालन जून से सुचारू हो जाएगा। फिलहाल हमारे 42 विमान उड़ान के इंतजार में बेड़े में खड़े हैं।' बोइंग मैक्स विमानों को बेहतर और कहीं अधिक ईंधन कुशल माना जाता था लेकिन खबरों के अुनसार, पांच महीने के भीतर दो विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सुरक्षा के लिहाज से स्पाइसजेट के मैक्स विमानों का परिचालन बंद है। स्पाइसजेट ने 22 अरब डॉलर के सौदे के तहत 225 बोइंग मैक्स विमानों का ऑर्डर दिया है।
सिंह ने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि वे (मैक्स विमान) परिचालन में लौट सकते हैं जिससे इस साल हमारी वृद्धि को रफ्तार मिलेगी। हम उम्मीद करते हैं कि मई के अंत अथवा जून में मंजूरियां मिल जाएंगी।' कंपनी एयरबस के साथ लगातार बातचीत कर रही है और एयरबस ने इस विमानन कंपनी को अपनी पेशकश भी की है। अगले साल के लिए विस्तार योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि बोइंग विमानों की तैनाती होने के बाद ही हम योजनाओं के बारे में कुछ बोल सकते हैं। वित्तीय प्रदर्शन के संदर्भ में कुछ प्रभावि दिखेगा लेकिन वापसी होने होने से परिचालन के मोर्चे पर कहीं अधिक फायदा होगा। बोइंग 737 मैक्स विमानों की उड़ान लागत काफी कम है।
सिंह सस्ती विमानन सेवा एयर डेक्कन के संस्थापक जीआर गोपीनाथ से प्रेरित एक तमिल मूवी के कार्यक्रम में बोल रहे थे। स्पाइसजेट इस फिल्म की विमानन साझेदार है। इस फिल्म में देश के सस्ते विमानन उद्योग से संबंधित पर्याप्त सामग्री है। कोरोनावायरस के प्रभाव के बारे में सिंह ने कहा कि विमानन कंपनी ने हॉन्ग कॉन्ग के लिए अपनी सेवाओं को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है लेकिन भारतीय विमानन कंपनी के लिए फिलहाल यह कोई बड़ी समस्या नहीं है। उन्होंने कहा, 'लेकिन दुनिया में इसका एक जबरदस्त प्रभाव दिख रहा है। इसका कैस्केडिंग प्रभाव दिख रहा है। तमाम विमानन कंपनियां उड़ान नहीं भर रही हैं। विमान एवं विमानन कंपनियों पर इसका प्रभाव दिखा है और मुझे लगता है कि आगे स्थिति कहीं अधिक खराब होगी।' तेल कीमतों में नरमी आई है और उसमें गिरावट का रुझान दिख रहा है जो विमानन कंपनियों की लागत के लिहाज से एक सकारात्मक संकेत है।
|