गिफ्ट सिटी में रुपया वायदा: पोजीशन सीमा 1 अरब डॉलर हुई तय | बीएस संवाददाता / मुंबई February 03, 2020 | | | | |
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने रुपया डेरिवेटिव्स के लिए कुल ओपन पोजीशन सीमा प्रति कारोबारी सदस्य पर सीमित की है। रुपया डेरिवेटिव्स को गिफ्ट सिटी आईएफएससी में स्टॉक एक्सचेंजों पर शुरू किया गया है। सेबी का निर्णय इस संबंध में बजट में हुई घोषणा के दो दिन बाद और आरबीआई द्वारा गिफ्ट सिटी में रुपया वायदा एवं विकल्प की अनुमति वाला सर्कुलर जारी किए जाने के दो सप्ताह बाद आया है। इसका उद्देश्य गिफ्ट सिटी में ऑफशोर रुपया कारोबार शुरू करना है। रुपया विनिमय दर बाजार में ऑफशोर बाजार या वैश्विक कारोबार घरेलू बाजार की तुलना में तेजी से बढ़ा है जो केंद्रीय बैंक के लिए चिंता का विषय बन गया है। गिफ्ट सिटी स्थित आईएफएससी (अंतरराष्ट्रीय वित्त सेवा केंद्र) की लोकप्रियता बढऩे लगी है, जिसे देखते हुए वहां रुपया डेरिवेटिव्स की अनुमति दिए जाने का निर्णय लिया गया।
सेबी द्वारा आज जारी सर्कुलर में कहा गया है कि सभी अनुबंधों में कारोबारी सदस्यों (प्रॉपराइटरी के साथ साथ ग्राहक आधार पर), संस्थागत निवेशकों, और पात्र विदेशी निवेशकों के लिए कुल ओपन पोजीशन सीमा कुल ओपन इंटरेस्ट (पोजीशन) या 1 अरब डॉलर इक्विवेलेंट (जो भी ज्यादा हो) के 15 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। सेबी ने यह भी कहा है कि हालांकि अन्य ग्राहकों के लिए सभी अनुबंधों में सकल ओपन पोजीशन कुल ओपन इंटरेस्ट या 10 करोड़ डॉलर इक्विवेलेंट (जो भी ज्यादा हो) के 6 प्रतिशत के पार नहीं होगी।
इंडिया 50 इंडेक्स फ्यूचर्स ऐंड ऑप्शन अनुबंधों और अन्य डेरिवेटिव्स के समान बीएसई द्वारा गिफ्ट सिटी में स्थापित एक्सचेंज इंडिया आईएनएक्स भी भारतीय रुपया-अमेरिकी डॉलर वायदा एवं विकल्प अनुबंधों पर सुबह 4.30 बजे से अगले दिन सुबह 2.30 बजे तक 22 घंटे के लिए कारोबार मुहैया कराएगा। इंडिया आईएनएक्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी वी बालासुब्रमण्यम ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'हम आईएनएक्स इंडिया पर रुपया-डॉलर वायदा एवं विकल्प अनुबंधों पर मंजूरी के लिए सेबी को अपनी विस्तृत उत्पाद रिपोर्ट सौंपेंगे।'
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