लगातार भाग रहे शेयर बाजार की हफ्ते के पहले दिन आज अचानक हवा निकल गई, जब मुनाफे के फेर में निवेशकों ने बिकवाली की झड़ी लगा दी। वित्त वर्ष की समाप्ति देखते हुए भी फंड मैनेजरों ने प्रॉफिट बुकिंग की और बम्बई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 4.8 फीसदी गिरकर एक बार फिर 10,000 अंक से नीचे पहुंच गया। नतीजा यह हुआ कि हफ्ते भर में जो भी कमाया गया था, उसका आधा एक ही दिन में धुल गया। अमेरिका में ऑटो राहत पैकेज पर अनिश्चितता का असर समूचे एशियाई बाजारों में दिखा और भारतीय बाजारों ने भी उनके कदमों पर ही चलना मुनासिब समझा। नतीजतन सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति तक 480.35 अंक लुढ़ककर 9568.14 पर बंद हुआ। 7 जनवरी के सत्यम घोटाले के बाद से सेंसेक्स में एक ही कारोबारी सत्र में यह सबसे बड़ी गिरावट है। इसमें मौजूद 30 कंपनियों में से 28 कंपनियों के शेयर धराशायी हो गए। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी का हाल भी सोमवार को बेहाल रहा। निफ्टी 130.50 अंक टूटकर 2,978.15 पर बंद हुआ। सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में बैंकिंग, धातु और रियल्टी के शेयर शामिल थे। आईसीआईसीआई बैंक का शेयर तो 12.3 फीसदी गिरकर 337.95 रुपये पर बंद हुआ। पिछले 5 महीने में इस शेयर में यह सबसे बड़ी गिरावट थी। एचडीएफसी बैंक 5.2 फीसदी गिरा और भारतीय स्टेट बैंक में भी 9.2 फीसदी की गिरावट आई। भारत के अलावा जापान के निक्केई और हांगकांग के हेंगसेंग और लंदन के एफटीएसई 100 में सोमवार को गिरावट का रुख रहा। निक्केई 390.89 अंकों की गिरावट के साथ 8,236.08 पर बंद हुआ, जबकि हेंगसेंग में 663.17 अंकों की गिरावट आई और यह 13,456.33 अंकों पर बंद हुआ। अमेरिकी बाजारों का हाल भी ऐसा ही रहा। पिछले शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे। नैसडैक कंपोजिट में 2.63 फीसदी की गिरावट आई थी। एसऐंडपी 500 कारोबार खत्म होने पर 2.03 फीसदी और डाउ जोंस इंडस्ट्रियल 1.87 फीसदी गिरावट के साथ बंद हुए थे। इससे पहले पिछले पूरे हफ्ते सेंसेक्स ने निवेशकों को अच्छी खबर दी और अरसे बाद उसने 10,000 अंक का आंकड़ा भी पार किया। लेकिन जानकार उस वक्त भी हालात उलटने के कयास लगा रहे थे, जो सच साबित हुए। जानकारों का मानना है कि गिरावट?का दौर अब कुछ समय तक खिंच सकता है और 10,000 का आंकड़ा छूने में अब वक्त लगेगा। एक ही दिन में उतर गई सारी खुमारी एक दिन में सेंसेक्स गिर गया 480 अंक, निफ्टी 130 अंक बैंकिंग, रियल्टी और मेटल क्षेत्र के शेयरों की मिट्टी कुटी समूचे एशिया के बाजार गिरे औंधे मुंह
