वायरस का औद्योगिक जिंसों पर असर | दिलीप कुमार झा / मुंबई January 29, 2020 | | | | |
चीन में कोरोना वायरस के फैलने और नव वर्ष के अवकाश को बढ़ाने से विश्व की इस दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में माल और लोगों की आवाजाही रुक जाने के कारण मांग घटी है, जिससे पिछले दो सप्ताह से भी कम समय में औद्योगिक जिंसों की कीमतें 9 फीसदी तक घटी हैं। सबसे ज्यादा गिरावट तांबे, कच्चे तेल और रबर में आई है। कोरोना वायरस का फैलाव पहली बार 17 जनवरी को सुर्खियों में आया था। तब से बेंचमार्क लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) पर तांबा 9 फीसदी, निकल 8 फीसदी और जस्ता 6.7 फीसदी टूट चुका है। इस अवधि में कच्चे तेल के दाम 9 फीसदी लुढ़ककर 59.3 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए हैं। वैश्विक बाजारों में 17 जनवरी से प्राकृतिक गैस और रबर के दाम क्रमश: 3.4 फीसदी और 7.7 फीसदी गिरे हैं।
सभी औद्योगिक जिंसों में कारोबारी रुझान कमजोर है। इसकी वजह यह है कि चीन के करीब आधा दर्जन शहरों में घातक कोरोना वायरस फैलने से नव वर्ष का अवकाश 2 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है। चीन के ये शहर पश्चिम एशिया के बाजारों से जुड़े हुए हैं। चीन की सरकार ने इन शहरों को देश के शेष हिस्सों से व्यापार और लोगों की आवाजाही के लिहाज से बिल्कुल काट दिया है, जिससे तैयार उत्पादों की आपूर्ति और औद्योगिक जिंसों की मांग कमजोर पड़ी है। कॉमट्रेंड्ज के निदेशक ज्ञानशेखर त्यागराजन ने कहा, 'औद्योगिक जिंसों की कीमतों में गिरावट की एकमात्र वजह चीन में कोरोना वायरस फैलने से मांग घटना है। चीन की सरकार ने कोरोना वायरस के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं, जिसे देखते हुए मध्यम अवधि में औद्योगिक जिंसों की कीमतों में फिर से उछाल आने की संभावना है। इसके साथ ही नए वर्ष के अवकाश के बाद चीनी कारोबारियों के कारोबारी गतिविधियां फिर शुरू करने से औद्योगिक जिंसों की मांग में धीरे-धीरे सुधार आने लगेगा।'
चीन पूरे विश्व में मूल धातुओं एवं रबर का दूसरा सबसे बड़ा और कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है, जिसे महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस से तगड़ा झटका लगा है। चीन में लूनर नए वर्ष को मनाने के लिए एक सप्ताह का अवकाश घोषित किया गया था और देश में अवकाश की इस अवधि के बाद खरीद शुरू होने की संभावना थी। लेकिन दुर्भाग्य से इस वायरस के हमले से चीन और दुनियाभर के देश खौफजदा हैं। रिलायंस कमोडिटीज के प्रमुख (जिंस) प्रीतम पटनायक ने कहा, 'शहरों में माल और लोगों की आवाजाही रोकी गई है, पर्यटन पर प्रतिबंध लगाए गए हैं, औद्योगिक और खुदरा खरीद लगभग थम गई है। यहां तक कि त्योहारी खरीद भी बुरी तरह प्रभावित हुई है क्योंकि चीन से जाने और आने वाले पर्यटकों पर रोक लग गई है। इससे रबर, कच्चे तेल और मूल धातुओं की कीमतों में गिरावट आई है। हालांकि मंगलवार को मामूली सुधार आया, लेकिन जिंसों की मांग और कीमतों पर वायरस के हमले का असर तब तक बना रहेगा, जब तक चीन इस महामारी से नहीं उबरता है।'
इस बीच औद्योगिक जिंसों में लंबी अवधि की संभावनाएं काफी अस्थिर हैं। इस साल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों के कारण कैलेंडर वर्ष 2020 की पहली छमाही में जिंसों में तेजी और दूसरी छमाही में नरमी के आसार हैं। वैश्विक शेयर बाजारों की कोरोना वायरस के फैलने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया रही है। पिछले दो सप्ताह में प्रमुख वैश्विक सूचकांक गिरे हैं। औद्योगिक उत्पादन की धीमी वृद्धि के कारण चांदी के दाम घटे हैं, जबकि सोना एक सीमित दायरे में बना रहा है।
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