इंडिगो ने दर्ज किया 496 करोड़ रुपये कर पश्चात लाभ | एजेंसियां / नई दिल्ली/मुंबई/हैदराबाद January 27, 2020 | | | | |
किफायती विमानन सेवा कंपनी इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन का कर पश्चात लाभ दिसंबर तिमाही में बढ़कर 496 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसे मुख्य रूप से उच्च आय का सहारा मिला। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का कर पश्चात लाभ 185.2 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी की कुल आय इस अवधि में 25.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 10,330.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 8,229.3 करोड़ रुपये रही थी। इसमें यात्री टिकट से राजस्व सालाना आधार पर 24.1 फीसदी बढ़कर 8,770.30 करोड़ रुपये रहा जबकि सहायक राजस्व 1,037.30 करोड़ रुपये, यानी इसमें सालाना आधार पर 28.8 फीसदी की उछाल दर्ज हुई।
औसत टिकट कीमत में दिसंबर तिमाही में 2.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 3.88 रुपये प्रति किलोमीटर हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 3.83 रुपये प्रति किलोमीटर रही थी। कंपनी की ईंधन लागत 2 फीसदी घटकर 334.19 करोड़ रुपये रह गई। इंडिगो के मुख्य कार्याधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने कहा, जिस तरह से हम अपने नोटवर्क को विकसित कर रहे हैं, बड़े व छोटे शहरों को जोड़ रहे हैं, उसे हम काफी उत्साहित हैं ताकि ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा विकल्प उपलब्ध हो। हमने शिरडी व शिलॉन्ग जैसे शहरों को अपने नेटवर्क से जोड़ा है , वहीं हनोई व ग्वांगझू जैसे अहम शहरों तक भी पहुंच रहे हैं। विमानन कंपनी ने सात नए अंतरराष्ट्रीय मार्ग और 17 नए देसी मार्ग पर परिचालन शुरू किया है और तिमाही के दौरान रोजाना अधिकतम 1,634 उड़ानों का परिचालन किया। विस्तार के दौरान कंपनी ग्राहक सेवा पर भी काफी ध्यान दे रही है। कंपनी ने कहा कि सालाना आधार पर प्रति सीट किलोमीटर की उपलब्धता में इजाफा मार्च तिमाही में 20 फीसदी रहने की संभावना है और 2019-20 में 23 फीसदी। कंपनी का कुल नकद शेष 20,068 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 9,412 करोड़ रुपये की मुक्त नकदी और 10,656 करोड़ रुपये प्रतिबंधित नकदी शामिल है। तिमाही में इंडिगो ने 12 विमान जोड़े। कंपनी के बेड़े में 257 विमान थे।
डॉ. रेड्डीज को नुकसान
विश्लेषकों के अनुमान के उलट दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने दिसंबर तिमाही में 569.7 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान दर्ज किया। इस अवधि में राजस्व में ठीक-ठाक बढ़ोतरी के बावजूद कंपनी को 1,320 करोड़ रुपये का नुकसान एम्पेयरमेंट चार्जेज के तौर पर हुआ। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का कर पूर्व लाभ 580.5 करोड़ रुपये रहा था जबकि शुद्ध लाभ 485.2 करोड़ रुपये। कंपनी के मुताबिक, जेनेरिक की पेशकश और दिसंबर 2019 में नुवेरिंग के अधिकृत तौर पर उतारे जाने से डीआरएल के जेनेरिक नुवेरिंग उत्पाद की वैल्यू में ठीक-ठाक कमी आई। इसी लिहाज से कंपनी ने 1,110 करोड़ रुपये का एम्पेयरमेंट चार्ज का हिसाब रखा। इसके अतिरिक्त कंपनी ने बाजार के मौजूदा आयाम को ध्यान में रखते हुए अन्य उत्पादों के मामले में भी 210 करोड़ रुपये के एम्पेयरमेंट चार्ज का हिसाब रखा।
इस अवधि में कंपनी का राजस्व 14 फीसदी उछलकर 4,383.8 करोड़ रुपये रहा। इसकी वजह उभरते बाजारों, भारत, यूरोपीय बाजार में वैश्विक जेनेरिक कारोबार रही, जिसने क्रमश: 19 फीसदी, 13 फीसदी और 52 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। अमेरिकी बाजार में वैश्विक जेनेरिक बिक्री 8 फीसदी बढ़कर 1,599.9 करोड़ रुपये रही, जो कुल राजस्व में 36 फीसदी का योगदान करता है। फार्मास्युटिकल सर्विसेज ऐंड ऐक्टिव इनग्रेडिएं से राजस्व 16 फीसदी बढ़कर 690.6 करोड़ रुपये रहा।
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