साल 2020 में नहीं मिलेगा उम्दा रिटर्न | बीएस बातचीत | | समी मोडक / January 21, 2020 | | | | |
अर्थव्यवस्था में कमजोरी के बावजूद बाजार आगे बढ़ रहा है। इन्वेस्टेक के उप-प्रमुख (इक्विटी-भारत) मुकुल कोछड़ ने कहा कि अर्थव्यवस्था में अवरोध से जिन कंपनियों को फायदा मिल रहा है वही बाजार को आगे बढ़ा रही हैं। समी मोडक को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि एकीकरण और आयात इस साल का मुख्य थीम होगा। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश..
अर्थव्यवस्था की दिशा और बाजार के प्रदर्शन की व्याख्या आप कैसे करेंगे?
बाजार उन शेयरों और क्षेत्रों की दम पर आगे बढ़ रहा है जिसे अर्थव्यवस्था में अवरोध का फायदा मिल रहा है। ये कंपनियां एकीकृत हो रही हैं, बाजार हिस्सेदारी बढ़ा रही हैं और उनकी लाभप्रदता में इजाफा हो रहा है क्योंकि प्रतिस्पर्ध घटी है। विगत में पूंजी तक आसान और अव्यवस्थित पहुंच से बैंंकिंग, सीमेंट, स्टील और निर्माण क्षेत्र में अतार्किक प्रतिस्पर्धा देखने को मिली थी। ये चीजें इन क्षेत्रों को पूंजी की लागत भी हासिल नहीं करने दे रही थी। हमारा शोध बताता है कि पूंजी पर रिटर्न में सुधार साल 2016-17 से विभिन्न क्षेत्रों में दिखना शुरू हो गया था। यह बताता है कि आज कंपनियां अपनी पूंजी लागत के मुकाबले ज्यादा वैल्यू जोड़ रही है, जो उनके शेयरों का प्रदर्शन बेहतर बना रहा है।
आपकी नजर में क्या बाजार यह मानकर चल रहा है कि आय और आर्थिक रफ्तार के अलावा लाभ सुस्त रह सकता है? साल 2020 में बाजार का परिदृश्य कैसा होगा?
सामान्य तौर पर यह बताना मुश्किल है कि बाजार क्या मानकर चल रहा है, लेकिन हम शेयरों के चयन में बहुत ज्यादा चुनौतियां नहीं देख रहे हैं। बाजार को लेकर हमारा नजरिया रचनात्मक है और हमारा मानना है कि दो अंकों में रिटर्न रह सकता है, लेकिन उसका स्तर निचला रहेगा।
ज्यादातर वैश्विक विश्लेषक कह रहे हैं कि इक्विटी के माहौल अनुकूल है। क्या आप इस राय को समर्थन देते हैं?
पिछला साल खास तौर से वैश्विक इक्विटी बाजारों के लिए अच्छा रहा। ऐसी मजबूती के बाद आगे चुनौती रह सकती है क्योंकि मजबूत वर्ष में कुछ रिटर्न मोटे तौर पर मूल्यांकन की दोबारा रेटिंग के जरिए सृजित होता है। कैलेंडर वर्ष 2019 इससे अलग नहीं था क्योंकि ज्यादातर बाजारों ने मूल्यांकन में विस्तार देखा। इसलिए सामान्य तौर पर 2020 का रिटर्न कम रह सकता है। भारत के बारे में हमारा मानना है कि 2019 के अच्छे रिटर्न के बाद निवेशकों को 2020 में इक्विटी जोखिम का पर्याप्त इनाम मिलेगा। इक्विटी का अनुकूल माहौल मोटे तौर पर सकारात्मक इक्विटी निवेश में परिवर्तित होता है और साल 2020 उससे अलग नहीं होगा।
लंबे समय के बाद इस साल अब तक व्यापक बाजारों ने लार्जकैप से बेहतर प्रदर्शन किया है। क्या यह प्रवृत्ति टिकाऊ होगी?
जहां तक छोटी कंपनियों की बात है, हम निवेशकों को चयनात्मक रुख अपनाने की सलाह दे रहे हैं। प्रबंधन की गुणवत्ता और संचालन पर पूंजी बाजार काफी ज्यादा ध्यान दे रहा है, जो छोटी कंपनियों में मजबूत व व्यापक तेजी में अड़चन डालेगा, जैसी कि 2014 से 2018 तक तेजी देखी गई थी। छोटी कंपनियों के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली प्रबंधन टीम की नियुक्ति चुनौतीपूर्ण होती है।
अगले वित्त वर्ष के लिए आय का क्या पूर्वानुमान है? कौन सी चीजें आय को रफ्तार देंगी?
हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2020 में 15 फीसदी और वित्त वर्ष 2021 में 20 फीसदी अनुमानित आय हासिल की जा सकती है। कर की दरों में कटौती आय के चक्र में सुधार में मददगार रहा है।
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