शुभायन चक्रवर्ती और नेहा अलावधी / January 15, 2020
दिल्ली में रिकॉर्ड स्तर के ठंड में कुछ हफ्ते तक दंगा नियंत्रण ड्यूटी करने के बाद दिल्ली पुलिस के एक सिपाही शैलेंद्र सिंह बुधवार की सुबह काफी राहत वाली मुद्रा में थे। यहां किसी कंसर्ट या खेल के इवेंट के आयोजन का मौका नहीं था। शैलेंद्र सिंह ने स्टेडियम के बाहर दिख रही लंबी कतार के बारे में कहा, 'यहां आज दुनिया का सबसे अमीर आदमी आया है।'
लघु एवं मझोले उपक्रमों पर आयोजित अमेजन 'संभव' सम्मेलन के लिए यहां तड़के पहुंचने वाले दर्शकों को भी यकीन नहीं हो रहा था कि वे एमेजॉन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जेफ बेजोस से रूबरू हो पाएंगे। इस कार्यक्रम में अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी के ज्यादातर साझेदारों को हिस्सा लेना था। एमेजॉन इंडिया इसकी मेजबानी कर रही थी लेकिन इसमें बेजोस के शिरकत करने की जानकारी नहीं दी गई थी। हालांकि बेजोस ने प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए मंगलवार को ही ट्विटर पर अपने आगमन की घोषणा कर दी। भारत आगमन के तुरंत बाद ही ट्वीट की गई एक तस्वीर में बेजोस राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए नजर आ रहे थे। यह तस्वीर पल भर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
बेजोस से प्रभावित एक कारोबारी प्रतीक शर्मा ने बताया, 'वास्तव में नेतृत्व करने वाले लोग ऐसे ही होते हैं। वह ताकतवर होने के बावजूद कितने विनम्र हैं।' केवल शर्मा ही नहीं इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले ज्यादातर लोगों की ऐसी ही प्रतिक्रिया थी जिन्होंने इसमें हिस्सा लेने के लिए मोटी रकम खर्च की थी।
बेजोस ने भीड़ को निराश नहीं किया। बेजोस ने उत्साह से भरी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, 'मेरा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत की समृद्धि में ज्यादा से ज्यादा लोग हिस्सा लें। मैंने जो जैकेट पहना है उसे एक छोटे एवं मझोले कारोबारियों ने ही दिया है।' बेजोस ने इस मौके का फायदा उठाते हुए यह जैकेट पहनी थी जो नेहरू जैकेट या मोदी जैकेट के नाम से मशहूर है।
कार्यक्रम में मौजूद जनसमूह उत्साहित था, लेकिन प्रमुख वक्ताओं में से एक इन्फोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति साफ तौर पर कार्यक्रम के देरी से शुरू होने से खफा थे। उन्होंने कहा, 'कार्यक्रम डेढ़ घंटा देरी से शुरू हुआ है। मुझे 20 मिनट बोलना था, लेकिन अब मैं अपना संबोधन पांच मिनट में ही खत्म करूंगा क्योंकि मुझे देर करने की आदत नहीं है।' उन्होंने मंच से बिना लाग-लपेट के अपनी बात रखी। अपने शब्दों पर कायम रहते हुए उन्होंने ठीक पांच मिनट बाद अपना माइक्रोफोन बंद कर दिया।
दर्शकों ने एमेजॉन के कार्यक्रम की तुलना गूगल इंडिया के कार्यक्रम से की। गूगल इंडिया ने पिछले सितंबर में इसी जगह पर बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया था। उन्होंने कहा कि गूगल का कार्यक्रम अच्छे कतार प्रबंधन, स्पष्ट साइन बोर्ड और सभी के लिए वाईफाई की वजह से बेहतर था। इससे भी महत्त्वपूर्ण बात यह थी कि आयोजकों ने समय का पूरा ध्यान रखा। व्यापारियों की संस्था कैट के विरोध के बावजूद एमेजॉन के कार्यक्रम 'संभव' में गजब का उत्साह देखने को मिला। कैट ने ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा दी जा रही भारी छूट के विरोध में देश भर में 300 स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन किया।
कारोबारियों के विरोध से बेखबर बेजोस करीब 25 मिनट एमेजॉन के भारत में प्रमुख अमित अग्रवाल से बातचीत करते दिखे। बेजोस के संबोधन के बाद जयपुर में एक छोटे फैशन बुटिक के मालिक राजेश ने कहा, 'इस कार्यक्रम की वजह सेे मुझे दिल्ली आने का मौका मिला है। छोटे विक्रेताओं को पंजीकृत होने के लिए कहना सही नहीं है क्योंकि हम जैसे मौजूदा विक्रेताओं को ही पर्याप्त कारोबार नहीं मिल रहा है।'
कुछ अन्य विक्रेताओं ने कहा कि इस बड़े मंच पर उनके उत्पाद दिख नहीं पाते हैं। उन्होंने इस बारे में एमेजॉन से बातचीत करने के लिए इंतजार किया। हालांकि एमेजॉन के लोग स्वीकार नहीं करते हैं कि इस मंच पर जरूरत से अधिक विक्रेता मौजूद हैं। इसके बजाय वे वही बात दोहराते हैं जो बेजोस ने अपने संबोधन में कही थी कि 21वीं सदी भारत की है।
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