बीपीसीएल के हिस्से पर फैसला बोली के समय लेगी आईओसी
ईशिता आयान दत्त / कोलकाता January 13, 2020
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा है कि भारत पेट्रोलियम कॉरपोरशन में सरकारी हिस्सेदारी के लिए बोली लगाने का फैसला आईओसी तब लेगी जब यह बाजार में उतरेगा। सिंह ने कहा, यह अभी स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया है कि पेशकश में क्या-क्या रखा जाएगा। उन्होंने कहा, मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नुमालीगढ़ रिफाइनरी को बीपीसीएल से अलग किया जाएगा। ऐसे में पूरी स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही हम इस पर नजर डालेंगे। वह एकीकृत स्टील केंद्र पूर्वोदय के लॉन्च होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, इस पर आंतरिक चर्चा हुई है और हमारे लिए कई फायदे हैं।
अगर आईओसी को बीपीसीएल मिलती है तो काफी फायदे मिलेंगे, लेकिन अगर कंपनी को यह नहीं भी मिलती है तो भी वह परिदृश्य हमारे लिए फायदेमंद होगा और उसका पूंजीगत खर्च संतृप्त नहीं होगा। आईओसी की खुद की पूंजीगत खर्च की योजना है, जो वह खर्च करने के लिए मुक्त रहेगी।
नवंबर में आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने पांच अहम पीएसयू बीपीसीएल, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और नीपको की सरकारी हिस्सेदारी बेचने को मंजूरी दी थी। सरकार इन सभी कंपनियों में रणनीतिक खरीदार को प्रबंधन का नियंत्रण देगी।
सरकारी विनिवेश की सूची में बीपीसीएल हालांकि सबसे ज्यादा आकर्षक है। मौजूदा बाजार कीमत पर बीपीसीएल में सरकार की 53.29 फीसदी हिस्सेदारी की कीमत करीब 54,400 करोड़ रुपये बैठती है। सरकार का प्रस्ताव मौजूदा वित्त वर्ष में विनिवेश से 1.05 लाख करोड़ रुपये जुटाने का है और इस लक्ष्य को हासिल करने में बीपीसीएल अहम होगी।
क्या सार्वजनिक उपक्रमों को बीपीसीएल में सरकारी हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दी जाएगी, इस सवाल के जवाब में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी के फैसले के बाद कहा था कि साल 2014 से सरकार का स्पष्ट विजन रहा है कि कारोबार में हमारी कोई संलिप्पता न रहे। आईओसी हालांकि विगत में आक्रमकता से बोली लगा चुकी है।
साल 2002 में आईओसी को आईबीपी में सरकार की 33 फीसदी हिस्सेदारी मिली थी। आईओसी की बोली 1,153.68 करोड़ रुपये की थी, जो 1,551 रुपये प्रति शेयर बैठता था। आईबीपी के लिए बोली लगाने वाली अन्य कंपनियां थीं रिलायंस इंडस्ट्रीज, रिलायंस पेट्रोलियम, रॉयल डच शेल, कुवैत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन। आईबीपी के लिए रिजर्व प्राइस 337 करोड़ रुपये थी।
Business Standard Private Ltd. Copyright & Disclaimer feedback@business-standard.com
This site is best viewed with Internet Explorer 6.0 or higher; Firefox 2.0 or higher at a minimum screen resolution of 1024x768
* Stock quotes delayed by 10 minutes or more. All information provided is on
"as is" basis and for information purposes only. Kindly consult your
financial advisor or stock broker to verify the accuracy and recency of all
the information prior to taking any investment decision.
While due diligence is done and care taken prior to uploading the stock
price data, neither Business Standard Private Limited, www.business-standard.com nor any
independent service provider is/are liable for any information errors,
incompleteness, or delays, or for any actions taken in reliance on
information contained herein.