ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सेना और गठबंधन बलों के कम से कम दो ठिकानों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं और कहा कि यह अमेरिका के 'चेहरे पर एक तमाचा' है। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने कहा कि ये हमले अमेरिका के ड्रोन हमले में शुक्रवार को ईरान के रिवोल्यूशनरी गाड्र्स के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने का बदला लेने के लिए किए गए। सुलेमानी को मारने का आदेश अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दिया था।
ईरान के सरकारी टेलीविजन ने मिसाइल हमलों में जहां 'कम से कम 80 आतंकी अमेरिकी सैनिकों' के मारे जाने का दावा किया वहीं अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि वह नुकसान के आकलन पर काम कर रहा है। ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान ने अपनी रक्षा के लिए उपयुक्त कदम उठाया है और यह आगे तनाव बढ़ाना नहीं चाहता। वहीं ट्रंप ने ट्विटर पर अपनी शुरुआती प्रतिक्रिया में कहा, 'सबकुछ ठीक है।'
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के साझेदार के तौर पर लगभग पांच हजार अमेरिकी सैनिक इराक में तैनात हैं। इराकी सेना ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर कुल 22 मिसाइलें गिरीं लेकिन इराकी बलों का कोई कर्मी हताहत नहीं हुआ है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमनेई ने कहा कि हमले अमेरिका के 'चेहरे पर तमाचा' हैं। वहीं पेंटागन के प्रवक्ता जोनाथन हॉफ मैन ने कहा, 'क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों, साझेदारों और सहयोगियों की रक्षा और सुरक्षा के लिए हम सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।'
व्हाइट हाउस के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हदम अल थानी से बात की और अमेरिका के साथ उनके देश की मजबूत साझेदारी के लिए शुक्रिया अदा किया। दोनों नेताओं ने इराक और ईरान में हालात पर चर्चा की। ट्रंप ने जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल को भी फोन किया और दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया तथा लीबिया में सुरक्षा हालात पर चर्चा की। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने कुर्दिस्तान की क्षेत्रीय सरकार के प्रधानमंत्री मसरूर बारजानी को फोन किया और ईरान के मिसाइल हमलों की उन्हें जानकारी दी।
ईरान का दावा
रिवॉल्यूशनरी गार्ड सूत्रों ने बताया कि क्षेत्र में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के कम से कम 140 ठिकानों की पहचान की गई है और यदि अमेरिका ने फिर से कोई गलती की तो वहां हमला किया जाएगा। सूत्र ने बताया कि 15 मिसाइलें ऐन अल असद अड्डे पर गिरी और अमेरिकी सेना के रडार किसी को भी नहीं पकड़ पाए।
इराक के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बुधवार को कहा कि उसे ईरान से 'एक आधिकारिक मौखिक संदेश' मिला था जिसमें इराक में मौजूद अमेरिकी बलों पर मिसाइल हमले की सूचना दी गई थी। कार्यालय ने कहा, 'हमें ईरान इस्लामी गणराज्य से एक आधिकारिक मौखिक संदेश मिला कि कासिम सुलेमानी की हत्या के जवाब में कार्रवाई शुरू हो गई है या थोड़ी देर में शुरू हो सकती है और ठिकानों का ब्योरा दिए बिना कहा गया कि हमला इराक स्थित अमेरिकी सैनिकों के ठिकानों तक सीमित रहेगा।'
ईरान के मिसाइल हमलों के बाद चीन ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की। चीन ने कहा कि वह तनाव की इस स्थिति को कम करने में मदद करने के लिए जिम्मेदार भूमिका निभाएगा। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य चीन ईरान का प्रमुख साझेदार है और उसके तेल का बड़ा खरीददार है।
भारत पर संकट नहीं
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अमेरिका-ईरान तनाव के कारण कच्चा तेल की वैश्विक कीमतों में आ रही तेजी को देखते हुए भारत हर तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिये सभी स्तर पर तैयारियां कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के लिए अभी संकट जैसी कोई स्थिति नहीं है।
Business Standard Private Ltd. Copyright & Disclaimer feedback@business-standard.com
This site is best viewed with Internet Explorer 6.0 or higher; Firefox 2.0 or higher at a minimum screen resolution of 1024x768
* Stock quotes delayed by 10 minutes or more. All information provided is on
"as is" basis and for information purposes only. Kindly consult your
financial advisor or stock broker to verify the accuracy and recency of all
the information prior to taking any investment decision.
While due diligence is done and care taken prior to uploading the stock
price data, neither Business Standard Private Limited, www.business-standard.com nor any
independent service provider is/are liable for any information errors,
incompleteness, or delays, or for any actions taken in reliance on
information contained herein.