अमेरिका-ईरान घमासान के बाद सोने की कीमत ने पकड़ी रफ्तार
दिलीप कुमार झा / मुंबई January 06, 2020
पश्चिमी एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण वैश्विक रुख का अनुसरण करते हुए देश में सोने के दामों में आज दो प्रतिशत से ज्यादा की उछाल आई है। अमेरिका द्वारा ईरान पर बमबारी किए जाने के बाद ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी दूतावास पर जवाबी हमले के कारण तनाव और बढ़ गया है।
सोमवार को मुंबई के प्रसिद्ध जवेरी बाजार में स्टैंडर्ड सोने का भाव उछलकर 40,678 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, जबकि शुक्रवार को इसका बंद भाव 39,931 रुपये प्रति 10 ग्राम था। चांदी के दाम भी बढ़कर 47,955 रुपये प्रति किलोग्राम हो चुके हैं। शुक्रवार को चांदी के दाम 47,330 रुपये प्रति किलोग्राम थे। देश में सोने के दामों में दो कारोबारी दिवसों - शुक्रवार और सोमवार को करीब चार प्रतिशत की उछाल आई है।
अनिश्चितता और आर्थिक मंदी के बाद से वैश्विक निवेशक सुरक्षित परिसंपत्ति के रूप में सोने में आक्रामक ढंग से निवेश करते आ रहे हैं। हालांकि कुछ प्रमुख शेयर बाजारों में भी तेजी आई है, लेकिन फिर भी दुनिया के केंद्रीय बैंकों समेत निवेशकों ने स्वर्ण संग्रह में इजाफा किया है। इसके परिणामस्वरूप सोने की कीमतों ने कैलेंडर वर्ष 2019 के दौरान कायम पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। दामों के मौजूदा स्तर पर सोने ने जनवरी 2019 के बाद से 29 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसी तरह जुलाई 2019 और जनवरी 2020 के बाद से सोने ने क्रमश: 20 प्रतिशत और 4.3 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
कॉमट्रेंड्ज के निदेशक ज्ञानशेखर त्यागराजन ने कहा कि अब सोने के दाम 41,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच रहे है। यह वह रिकॉर्ड स्तर है जिस पर हमने जून 2020 तक पहुंचने का अनुमान लगाया था। बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बाद निवेशकों की ओर से सुरक्षित निवेश के रूप में खरीद के कारण फिलहाल सोना 1,575 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर कारोबार कर रहा है। बुनियादी चीजें इसके पक्ष में होने के कारण सोने के दाम और बढ़कर 1,615 डॉलर प्रति औंस तथा अल्पावधि में 1,650 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर जाने वाले हैं।
जहां एक ओर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना छह साल के शीर्ष स्तर तक पहुंच चुका है, वहीं दूसरी ओर चांदी उस रिकॉर्ड स्तर को पार कर चुकी है जो इसने सात साल पहले स्थापित किया था। उस समय गोल्डमैन सैश ने अपनी रिपोर्ट में सराफा को तेल की तुलना में बेहतर दांव बताया था। वैश्विक स्तर पर ऊर्जा आपूर्ति के प्रमुख स्रोत पश्चिमी एशिया में अस्थिरता के कारण सोमवार को ब्रेंट क्रूड तेल के दामों में इजाफा हुआ और फिलहाल दाम 70 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर चल रहे हैं। जनवरी 2019 के बाद से इसके दामों में 32 प्रतिशत और इस कैलेंडर वर्ष में अब तक 5.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 0.8 फीसदी कमजोर होकर 71.98 रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
इस बीच लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) पर तांबे और अन्य मूल धातुओं में आज सुधार हुआ है। दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता चीन द्वारा अमेरिका के साथ व्यापार तनाव कम करने वाली नीति की घोषणा के बाद दामों में यह सुधार आया है। सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान एलएमई पर मूल धातुओं के दामों में 0.5 फीसदी तक का इजाफा हुआ है।
Business Standard Private Ltd. Copyright & Disclaimer feedback@business-standard.com
This site is best viewed with Internet Explorer 6.0 or higher; Firefox 2.0 or higher at a minimum screen resolution of 1024x768
* Stock quotes delayed by 10 minutes or more. All information provided is on
"as is" basis and for information purposes only. Kindly consult your
financial advisor or stock broker to verify the accuracy and recency of all
the information prior to taking any investment decision.
While due diligence is done and care taken prior to uploading the stock
price data, neither Business Standard Private Limited, www.business-standard.com nor any
independent service provider is/are liable for any information errors,
incompleteness, or delays, or for any actions taken in reliance on
information contained herein.