कच्चे तेल की कीमतें बढऩे और धीमी मांग से घरेलू विमानन कंपनियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य की तेल विपणन कंपनियों ने एक जनवरी से जेट ईंधन की कीमतों में 2.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। फिलहाल जेट ईंधन के एक किलोलीटर की कीमत 64,423 रुपये है और ये कीमतें सालाना आधार पर 10 प्रतिशत अधिक हैं।
ईरान-अमेरिका तनाव बढऩे के बाद शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में चार प्रतिशत का इजाफा हुआ है और तेल उत्पादक देशों द्वारा उत्पादन में कटौती तथा चीन-अमेरिका के मध्य व्यापार समझौते की उम्मीद से इन कीमतों में तेजी बने रहने की उम्मीद है। हालांकि नरम मांग के चलते विमानन कंपनियां तेल कीमतों में आई तेजी को ग्राहकों पर हस्तांतरित नहीं कर सकतीं। क्लियरट्रिपडॉटकॉम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बालू रामचंद्रन कहते हैं, 'हमने देखा है कि जनवरी 2020 में यात्रा का किराया सालाना आधार पर चार प्रतिशत अधिक है। अप्रैल से दिसंबर के बीच औसत किराए में आठ प्रतिशत की वृद्धि हुई है और हमें उम्मीद है कि जनवरी माह में किराए में तेजी रहेगी।' जनवरी-नवंबर के बीच घरेलू हवाई यातायात 3.8 प्रतिशत बढ़ा है और केवल नवंबर महीने में दो अंकों में वृद्धि दर्ज की गई।
रामचंद्रन ने कहा, 'वर्तमान कीमतों के हिसाब से मांग नरम बनी हुई है।' एफसीएम ट्रैवल सॉल्यूशंस के प्रबंध निदेशक रक्षित देसाई कहते हैं, 'मेरे विचार से विमानन कंपनियों के लिए एग्जीक्यूटिव किराए में बढ़ोतरी करना मुश्किल होगा क्योंकि बाजार कीमतों के लिहाज से संवेदनशील है। साथ ही, गर्मियों के लिए एडवांस बुकिंग भी कम है।'
इक्रा रेटिंग्स में उपाध्यक्ष तथा सह-प्रमुख (कॉर्पोरेट सेक्टर रेटिंग) किंजिल शाह कहती हैं, 'अधिकांश विमानन कंपनियों ने लोड फैक्टर में सुधार तथा कार्यशील पूंजी की स्थिति में सुधार के लिए मूल्य निर्धारण में लगी हुई हैं। इसके चलते पूरे उद्योग में छूट देने की होड़ चल रही है। उम्मीद है कि निकट अवधि में हवाई किराए पर दबाव जारी रहेगा।'
भारतीय विमानन कंपनियों के कुल परिचालन लागत में तेल की हिस्सेदारी 35-40 प्रतिशत होती है। इसके अलावा डॉलर की कीमतें भी बड़ी भूमिका निभाती हैं। क्रिसिल रिसर्च की निदेशक हेतल गांधी कहती हैं, 'कच्चे तेल की कीमतों में एक डॉलर का इजाफा होने से परिचालन लागत में 50-60 आधार अंकों की बढ़ोतरी हो जाती है। वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में एक रुपये की कमजोरी आने पर लागत में 900-1000 आधार अंकों की बढ़ोतरी हो जाती है।'
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