दो महीने में खाद्य तेल आयात 50 प्रतिशत फिसला | दिलीप कुमार झा / मुंबई December 17, 2019 | | | | |
पिछले दो महीने के दौरान देश के रिफाइंड खाद्य तेल आयात में 50 प्रतिशत से भी ज्यादा की गिरावट आई है। प्रसंस्करण उद्योग की ओर से अनुरोध किए जाने के परिणामस्वरूप केंद्र सरकार द्वारा पांच प्रतिशत का संरक्षण शुल्क लगाए जाने के बाद ऐसा हुआ है। उद्योग के शीर्ष संगठन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (सीईए) द्वारा एकत्रित आंकड़े बताते हैं कि नवंबर में आरबीडी (रिफाइंड, ब्लिच्ड और डि-ओडोराइज्ड) तेल आयात 53 प्रतिशत गिरकर 1,23,000 टन रह गया, जबकि सितंबर में 2,64,000 टन आयात किया गया था। मुख्य रूप से मलेशिया से आयात किए जाने वाले आरबीडी पामोलिन पर 26 अगस्त को संरक्षण शुल्क लगाया गया था। जम्मू-कश्मीर से संबंधित अनुच्छेद 370 रद्द किए जाने पर मलेशिया के प्रधानमंत्री द्वारा की गई आलोचना के बाद ऐसा किया गया था।
भारत सालाना 1.55 करोड़ टन आयात की जरूरत पूरी करने के लिए तकरीबन 90 लाख टन कच्चे पाम तेल का आयात इंडोनेशिया से और 30 लाख टन आयात अर्जेंटीना से करता है। सालाना घरेलू मांग करीब 2.5 करोड़ टन रहती है। सीईए के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता ने कहा कि आरबीडी पामोलिन आयात में इस गिरावट का एकमात्र कारण मलेशिया से आयात पर संरक्षण शुल्क लगाया जाना है। आगे चलकर भी इसका आयात नरम रहने के आसार हैं। रिफाइंड तेल आयात में इस गिरावट की वजह से नवंबर में कुल वनस्पति तेल आयात गिरकर 6,69,363 टन रह गया, जबकि सितंबर में आयात 8,80,346 टन हुआ था।
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