भारत के ताप बिजली संयंत्रों का प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) अक्टूबर महीने में अब तक सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया, वहीं आईएलऐंडएफएस तमिलनाडु पावर कंपनी (आईटीपीसीएल) के कुड्डालोर बिजली संयंत्र का पीएलएफ अब तक के सर्वोच्च स्तर पर है। इससे कंपनी को अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने में मदद मिल सकती है। बिजनेस स्टैंडर्ड के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक आयातित कोयले से चलने वाले 600 गुणा 2 मेगावॉट के कुड्डालोर संयंत्र का इस साल अक्टूबर महीने में प्लांट लोड फैक्टर 82 प्रतिशत रहा। वहीं केंद्रीय बिजली प्राधिकरण (सीईए) के आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में देश के बिजली संयंत्रों का पीएलएफ 49.18 प्रतिशत था। ज्यादा पीएलएफ का मतलब यह हुआ कि राज्य की बिजली वितरण कंपनी इस इकाई से ज्यादा बिजली खरीद रही है और हवाएं चलना पहले बंद होने की वजह से पवन ऊर्जा का उत्पादन प्रभावित हुआ है। आईटीपीसीएल, आईएलऐंडएफएस एनर्जी डेवलपमेंट कंपनी की विशेष उद्देश्य इकाई है। यह आईएलऐंडएफएस समूह का हिस्सा है। समूह के अधिकारियों को अब उम्मीद है कि आईएलऐंडएफएस की इस एसपीवी से कर्ज के पुनर्गठन को सुधारने में मदद मिलेगी। आईएलऐंडएफएस के प्रबंध निदेशक सीएस राजन ने कहा, 'आईटीपीसीएल का पिछले 8 महीने का परिचालन लेखा जोखा की घोषणा करते हुए हमें खुशी हो रही है।' आईटीपीसीएल को पिछले 2 वित्तीय वर्षों से घाटा हो रहा था, जो इस समय अंबर श्रेणी में है, जिसका मतलब यह हुआ कि कंपनी सिर्फ अपने परिचालन भुगतान और कर्ज बाध्यताओं भुगतान कर सकती है। राजन ने कहा, 'कर्जदाताओं के साथ सलाह कर हम इसके कर्ज के समधान की कवायद करेंगे।' कर्ज के समाधान से कंपनी को ग्रीन श्रेणी में जाने में मदद मिल सकती है, जिससे संकेत मिलता है कि कंपनी अपने सभी भुगतान व कर्ज बाध्यताओं को पूरा करने में सक्षम है। जनवरी 2019 के नोट में इस इकाई के बारे में इक्रा ने कहा था कि संयंत्र का पीएलएफ सुधर रहा है और तमिलनाडु बिजली उत्पादन और वितरण कंपनी (टैनजेडको) की ओर से भुगतान में देरी की वजह से कर्ज का जोखिम भी है। टैनजेडको ने पहली इकाई से 540 मेगावॉट बिजली खरीदने के लिए बिजली खरीद समझौता (पीपीए) किया है। एक साल से भी कम समय पहले पॉवर ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन आफ इंडिया (पीटीसी) ने दूसरी इकाई से 550 मेगावॉट बिजली खरीदने के लिए मध्यावधि समझौता किया था, जिससे पीएलएफ सुधारने में आगे और मदद मिली। पिछले 8 महीने के दौरान बिजली खरीद में सुधार की वजह से संयंत्र से नवंबर 2019 में 69 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ, जो पिछले महीने इस संयंत्र से हुए बिजली उत्पादन का करीब दोगुना है। पिछले महीने राजस्व बढ़कर 315 करोड़ रुपये हो गया। नवंबर में पीएलएफ 80 प्रतिशत था। नवंबर 2019 में टैनजेडको और पीटीसी का संयुक्त बकाया 1,400 करोड़ रुपये था। कंपनी इस समय वितरण कंपनियों द्वारा भुगतान न किए जाने के मसले पर बातचीत कर रही है। आईटीपीसीएल ने कहा है कि उसने पुनर्गठन योजना के लिए कर्जदाताओं से संपर्क साधा है। कंपनी का कुल सावधि कर्ज 5,557 करोड़ रुपये था। कर्जदाताओं में पंजाब नैशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक आफ बड़ौदा और एलआईसी शामिल हैं।
