उत्तरी दिल्ली के भीड़भाड़ वाले अनाज मंडी क्षेत्र में स्थित चार मंजिला इमारत की अवैध फैक्टरी में रविवार की सुबह आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई। इस बीच दिल्ली पुलिस ने इमारत के मालिक रेहान और उसके प्रबंधक फुरकान को गिरफ्तार कर लिया है। राष्ट्रीय राजधानी में उपहार सिनेमा हादसे के बाद अनाज मंडी की यह दुर्घटना दूसरी सबसे भयावह त्रासदी है। पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई क्योंकि इमारत की दूसरी मंजिल पर सुबह लगभग पांच बजे जब आग लगनी शुरू हुई तो लोग सो रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि इमारत के लिए दमकल विभाग की मंजूरी भी नहीं थी। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रतीत होता है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'अनाज मंडी क्षेत्र में आग लगने की घटना बेहद भयानक है। मृतकों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के जल्द सेहतमंद होने की कामना करता हूं।' प्रधानमंत्री ने घटना में जान गंवाने लोगों के परिजन के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये तथा घायलों को एक-एक लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की घोषणा की है।
दिल्ली सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और सात दिनों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडर आदित्य प्रताप सिंह ने कहा कि दिल्ली अग्निशमन सेवा द्वारा आग पर काबू करने के बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने इमारत में गैस डिटेक्टरों की सहायता से जहरीली गैस का पता लगाया। घायलों और मृतकों को आरएमएल अस्पताल, एलएनजेपी और लेडी हार्डिंग अस्पताल ले जाया गया।