अगले वर्ष से होगी एक्सएलआरआई के एनसीआर परिसर की शुरुआत | अभिषेक रक्षित / December 03, 2019 | | | | |
जैवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (एक्सएलआरआई) अगले वर्ष से नई दिल्ली-एनसीआर स्थित अपने कैंपस में शैक्षणिक सत्र की शुरुआत करने जा रहा है। पहले चरण में संस्थान के बिजनेस प्रबंधन कार्यक्रम के लिए दो सेक्शन के लिए 60-60 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। संस्थान का नया परिसर गुरुग्राम से 25 किलोमीटर दूर झज्जर जिले के नौरंगपुर में स्थित है। यह 36.34 एकड़ भूमि में फैला है और पहले चरण में 240 छात्रों के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे को पूरा करने पर काम कर रहा है। एक्सएलआरआई एआईसीटीई प्रमाणन के लिए आवेदन करेगा जबकि नए परिसर को स्वर्ण-स्तर का हरित भवन प्रमाणन मिल गया है।
दिल्ली-एनसीआर कैंपस में भी एक्सएलआरआई-जमशेदपुर की तरह ही शिक्षण व्यवस्था एवं पाठ्यक्रम के होने की उम्मीद है और मुख्य संस्थान के प्राध्यापक भी यहां आकर कक्षाएं लेंगे। जैवियर प्रवेश परीक्षा देने वाले छात्र एक्सएलआरआई के दिल्ली-एनसीआर परिसर में प्रवेश ले सकेंगे। इसके लिए उन्हें ज़ैट-2020 प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करते समय इसका चुनाव करना होगा। एक्सएलआरआई के निदेशक पी क्रिस्टी ने कहा, 'आगामी भविष्य में भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है और इसके लिए बिजनेस क्षेत्र में अधिक नेतृत्वकर्ताओं की जरूरत होगी। एक्सएलआरआई ने देश में अपने विस्तार का फैसला लिया है और भारत के उत्तरी, पश्चिमी तथा दक्षिण हिस्सों में नए कैंपस स्थापित कर रहे हैं।'
साथ ही जैवियर प्रवेश परीक्षा 2020 के पंजीकरण की तिथि को बढ़ाकर 10 दिसंबर कर दिया गया है और इस वर्ष के लिए पंजीकरण में देरी पर लगने वाले शुल्क को भी हटा लिया गया है। इस साल जनवरी में जमशेदपुर में 70 साल का सफर पूरा करने के बाद एक्सएलआरआई ने आंध्र प्रदेश के अमरावती में अपने नए परिसर की आधारशिला रखी। यह परिसर 50 एकड़ में फैला है, और आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में स्थापित किया जा रहा है। यहां करीब 5,000 छात्रों को पढ़ाने की सुविधा होगी जहां प्रबंधन क्षेत्र में स्नातक एवं स्नातकोत्तर कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इस वर्ष अक्टूबर माह में संस्थान ने 361 छात्रों के बैच में शत-प्रतिशत समर इंटर्नशिप प्लेसमेंट का लक्ष्य हासिल किया और इस पूरी प्रक्रिया में 86 कंपनियां शामिल थीं। इस वर्ष समर इंटर्नशिप के लिए औसत वेतन में 12.15 प्रतिशत इजाफा हुआ और यह वर्ष 2018 के 1.07 लाख रुपये महीना से बढ़कर 1.2 लाख रुपये पर पहुंच गया। इस बार बीएफएसआई क्षेत्र ने सबसे अधिक वेतन दिया जो 2.5 लाख रुपये महीना था।
संस्थान में पहली बार आने वाली कंपनियां जैसे बेन ऐंड कंपनी, एमेजॉन, एनआईआईएफ, फोनपे, उड़ान, शेल, ओला, अदाणी, रूपेक, कोर्नफेरी आदि ने भी छात्रों को नौकरी प्रस्ताव दिए। सलाहकार क्षेत्र की कंपनियों ने 16 प्रतिशत छात्रों को नौकरियां दीं तो वहीं बीएफएसआई क्षेत्र ने 40 प्रतिशत छात्रों को। 17 प्रतिशत नौकरी प्रस्ताव बिजनेस प्रबंधन क्षेत्र के छात्रों को दिए गए। दूसरे क्षेत्रों में एनालिटिक्स, उत्पाद प्रबंधन, बिजनेस डेवलपमेंट, ब्रांड मैनेजमेंट और स्ट्रेटजी शामिल रहे।
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