2020 में ज्यादातर देसी कंपनियों की साख होगी कमजोर : मूडीज | अभिजित लेले / मुंबई November 28, 2019 | | | | |
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा है कि आर्थिक रफ्तार में सुस्ती और लाभ के मोर्चे पर नरमी से साल 2020 में ज्यादातर गैर-वित्तीय भारतीय कंपनियों की साख की स्थिति कमजोर होगी। कर्ज के उच्चस्तर, कमजोर लाभ और आर्थिक मंदी जारी रहने के कारण रेटिंग वाली फर्मों का क्रेडिट प्रोफाइल 2020-21 में शायद ही बहुत ज्यादा सुधरेगा। मूडीज के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ क्रेडिट अधिकारी कौस्तुभ चौबाल ने कहा, यह निवेश व उपभोग दोनों पर दबाव डाल रहा है। नवंबर में मूडीज की तरफ से भारत की सॉवरिन रेटिंग का परिदृश्य नकारात्मक किए जाने के बाद उसकी रेटिंग वाली 45 कंपनियों का 51 फीसदी का परिदृश्य नकारात्मक है। बुनियादी ढांचा क्षेत्र की स्थिति स्थिर बनी रहेगी, जिसे बाजार के मजबूत पोजीशन का सहारा मिलेगा।
मूडीज का अनुमान है कि भारत की जीडीपी की रफ्तार 2020 में घटकर 6.6 फीसदी रहेगी, जो पिछले वर्षों का कमजोर आंकड़ा होगा और निकट भविष्य में क्रेडिट की स्थिति में सुधार के लिए सरकारी राहत पैकेज की संभावना सीमित रहेगी। फंडिंग की स्थिति भी सख्त बनी हुई है, उपभोक्ता वस्तुओं की मांग धीमी है और कंपनियों को कर्ज देने के मामले में बैंकों के पास बहुत ज्यादा विकल्प नहीं हैं। डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार आ रही गिरावट ने रेटिंग वाली कंपनियों के क्रेडिट पर असर सीमित कर दिया है क्योंकि ज्यादातर ने हेजिंग की है।
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