एसबीआई काड्र्स लाएगी आईपीओ | सुंदर सेतुरामन / मुंबई November 27, 2019 | | | | |
भारतीय स्टेट बैंक की क्रेडिट कार्ड इकाई एसबीआई काड्र्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज ने बुधवार को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के लिए पेशकश दस्तावेज जमा करा दिए। इसके जरिए कंपनी 9,500 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है और यह देसी बाजार में सबसे बड़े आरंभिक सार्वजनिक निर्गम में से एक हो सकता है। इस निर्गम में कंपनी की तरफ से 500 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे, जिसका इस्तेमाल भविष्य की कारोबारी जरूरतों को पूरा करने के लिए पूंजी आधार मजबूत करने पर होगा। आईपीओ का ज्यादातर हिस्सा एसबीआई और प्राइवेट इक्विटी दिग्गज कार्लाइल समूह की तरफ से द्वितीयक शेयर बिक्री होगा, जिनके पास अभी क्रमश: 74 और 26 फीसदी हिस्सेदारी है।
पेशकश दस्तावेज के मुताबिक, आईपीओ के जरिए एसबीआई और कार्लाइल क्रमश: 3.73 करोड़ शेयर (4 फीसदी हिस्सेदारी) और 9,32 करोड़ शेयर (10 फीसदी हिस्सेदारी) की पेशकश करेगी। देश की दूसरी सबसे बड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनी एसबीआई काड्र्स ने बुधवार को विवरणिका मसौदा जमा करा दिया, जिसके जरिए 9,500 करोड़ रुपये जुटाए जाने हैं। इस आईपीओ में 500 करोड़ रुपये के नए शेयर और 13 करोड़ शेयरों का ओएफएस शामिल होंगे। बैंंकिंग सूत्रों ने कहा कि एसबीआई काड्र्स का मूल्यांकन 65,000 करोड़ रुपये होगा। हिस्सेदारी बिक्री से एसबीआई को 2,500 करोड़ रुपये और कार्लाइल को 6,500 करोड़ रुपये जुटाने में मदद मिलेगी। यह आईपीओ पीई फर्म के लिए अप्रत्याशित लाभ हो सकता है क्योंकि कंपनी ने एसबीआई काड्र्स की 26 फीसदी हिस्सेदारी जुलाई 2017 में महज 2,000 करोड़ रुपये मेंं खरीदी थी।
सार्वजनिक पेशकश लाने के मामले में एसबीआई काड्र्स, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के बाद एसबीआई की दूसरी सहायक कंपनी होगी। उद्योग के प्रतिभागियों ने कहा कि एसबीआई काड्र्स के आकर्षक मूल्यांकन से अन्य कंपनियां भी अपने क्रेडिट कार्ड डिविजन को सूचीबद्ध कराने के लिए प्रोत्साहित होंगी। अभी इस क्षेत्र में एचडीएफसी बैंक अग्रणी है। पिछले तीन वित्त वर्ष में कंपनी के कार्ड पर कुल खर्च में सालाना 54.2 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। कंपनी अपना राजस्व शुल्क आधारित आय मसलन इंटरचेंज शुल्क, देर से भुगतान पर शुलल्क और सालाना शुल्क आदि के जरिए अर्जित करती है। गैर-ब्याज आय की राजस्व में हिस्सेदारी पिछले तीन वित्त्त वर्ष में धीरे-धीरे बढ़ी है और वित्त वर्ष 2017 के 43.6 फीसदी के मुकाबले वित्त वर्ष 2019 में यह 48.9 फीसदी हो गई। वित्त वर्ष 2019 में एसबीआई काड्र्स ने 7,000 करोड़ रुपये के राजस्व पर 862 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। एसबीआई काड्र्स के आईपीओ का कामकाज छह बैंकर संभाल रहे हैं जिनमें कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, ऐक्सिस कैपिटल, बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच, एचएसबीसी, नोमूरा और एसबीआई कैपिटल शामिल है।
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