'पिंक टेस्ट' से गुलाबी शहर बना कोलकाता | अभिषेक रक्षित / November 22, 2019 | | | | |
आम तौर पर सफेद-नीली रंगत कोलकाता शहर की पहचान रही है लेकिन यहां के मशहूर ईडन गार्डन मैदान में भारत जब अपना पहला 'पिंक' टेस्ट मैच खेलने के लिए शुक्रवार को बांग्लादेश के खिलाफ उतरा तो उस समय तक समूचा शहर गुलाबी रंग में सराबोर हो चुका था।
यह पहला मौका है जब गुलाबी रंग की गेंद से दिन-रात का टेस्ट मैच खेल रहा है। इसका गवाह ऐतिहासिक ईडन गार्डन स्टेडियम बना जो अपने गौरवशाली करियर में क्रिकेट जगत के कई यादगार पलों का साक्षी रह चुका है। इस शहर के कारोबारी क्षेत्र का प्रवेश द्वार कहा जाने वाला युद्ध स्मारक 'शहीद मीनार', कभी पूरे शहर की सबसे ऊंची इमारत रही टाटा सेंटर और विशाल आवासीय इमारत 'द 42' जैसे तमाम अहम ठिकाने गुरुवार रात को ही गुलाबी रोशनी में नहा चुके थे।
सच तो यह है कि क्रिकेट के शौकीनों के शहर कोलकाता में अस्पताल और दुकानों के साइनबोर्ड तक पिंक टेस्ट को लेकर अपनी दीवानगी को गुलाबी रंगत के साथ दर्शा रहे हैं। यहां तक कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मैच की शुरुआत के पहले आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचीं तो उन्होंने सफेद एवं गुलाबी रंग की साड़ी पहनी हुई थी।
समूचे शहर के गुलाबी रंगत में ढलने का कारण यह है कि दिन-रात के इस टेस्ट मैच में गुलाबी गेंद का ही इस्तेमाल हो रहा है। ईडन गार्डन में मैच के आयोजन से जुड़े काम देख रहे बोर्ड अधिकारियों के अलावा कर्मचारी भी गुलाबी रंग की ड्रेस में नजर आए। इसके अलावा गुलाबी गेंद के आकार वाला एक बड़ा गुब्बारा मैदान के ऊपर लहराता हुआ नजर आया।
राजनीति, फुटबॉल और कला को लेकर दीवानगी के अलावा कोलकाता की मिठाइयां भी लोगों को खासी लुभाती रहती हैं। शहर की मिठाइयों की दुकानें भी गुलाबी रंग में रंगने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं। कोलकाता की 160 साल पुरानी मिठाई की दुकान फेलू मोदक के मालिक अमिताभ दे कहते हैं, 'हमने खास तौर पर इस मैच के लिए तैयार की गईं पिंक बॉल मिठाइयां दादा (सौरभ गांगुली) के पास भिजवाई हैं जो कि हमारे पुराने ग्राहक हैं।
अब इस मिठाई की मांग काफी बढ़ गई है लिहाजा हमने आम ग्राहकों के लिए भी इन्हें बनाना शुरू कर दिया है। इस टेस्ट मैच की वजह से लोग इस मिठाई की खूब मांग कर रहे हैं।' स्ट्रॉबेरी, चॉकलेट, दूध, बादाम और काजू से बनी पिंक बॉल मिठाई के दाम अधिक होने के बावजूद इस समय यह अपने परंपरागत मिठाई रसगुल्ला को भी पीछे छोड़ती हुई नजर आ रही है। कोलकाता की एक और दुकान श्रीकृष्णा स्वीट्स भी इस मिठाई को खास अपने अंदाज में परोस रही है।
ईडन गार्डन में खेले जा रहे इस यादगार टेस्ट मैच को देखने के लिए करीब 50,000 से अधिक दर्शक पहुंचे। इनके अलावा सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए 3,000 से अधिक पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। जहां भारतीय क्रिकेटप्रेमी अपने चेहरे पर तिरंगा पेंट करके पहुंचे वहीं उनके हाथों में तिरंगा झंडा भी लहरा रहा था। वहीं बांग्लादेश के प्रशंसक भी सैकड़ों की संख्या में अपने चेहरे पर रॉयल बंगाल टाइगर की आकृति बनाए हुए स्टेडियम में पहुंचे।
मैच शुरू होने के पहले कोलकाता पुलिस के बैंड ने अपनी प्रस्तुति से सबका मन मोहा। इस मौके पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलावा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के प्रमुख नजमुल हसन पपॉन और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने ईडन बेल को बजाकर पिंक टेस्ट मैच के आगाज का ऐलान किया। इसके बाद भारत एवं बांग्लादेश की क्रिकेट टीमों के कप्तान टॉस के लिए मैदान के भीतर पहुंचे।
सुनहरे सिक्के की उछाल जीतने वाली टीम बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। और फिर जैसे ही भारत के तेज गेंदबाज अपने हाथ में गुलाबी गेंद को लेकर बल्लेबाज की तरफ दौड़े और पहली गेंद डाली तो भारत भी पिंक टेस्ट खेलने वाले देशों की सूची में शामिल हो गया।
इस मैच को लेकर पिछले कुछ दिनों से समूचे कोलकाता में खासा रोमांच एवं उत्साह देखा जा रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई, बंगाल क्रिकेट संघ, कोलकाता पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब मौजूदगी दिखाई। इन सामूहिक कोशिशों का नतीजा यह रहा कि हजारों लोगों के लिए यह पल यादगार होने जा रहा है। खुद सचिन भी दिन-रात के इस टेस्ट मैच को लेकर खासे उत्साहित नजर आए।
उन्होंने कहा, 'भारतीय दर्शकों के लिए इस तरह का मुकाबला एकदम नया है और मुझे पूरा भरोसा है कि वे इसे पसंद करेंगे। कोलकाता ऐसे आयोजनों को भव्य एवं खास बनाने के लिए मशहूर है।' सचिन की यह बात उस समय सच होती दिखी जब क्रिकेट से इतर भी इस मैच के पहले मनोरंजन का तड़का लगा।
|