ज़ी में सुभाष चंद्रा बेचेंगे 16.5 फीसदी हिस्सा | |
विवेट सुजन पिंटो / मुंबई 11 20, 2019 | | | | |
सुभाष चंद्रा की अगुआई वाला एस्सेल ग्रुप अपनी मुख्य कंपनी ज़ी एंटरटेनमेंट में 22.37 फीसदी में से 16.5 फीसदी हिस्सा बेचकर अल्पांश हिस्सेदार बनेगा। हालांकि ज़ी का प्रबंधन नियंत्रण प्रवर्तकों के पास ही रहेगा। ज़ी ने देश में केबल और सैटेलाइट क्रांति की शुरुआत की थी और तीन दशक से देश की अग्रणी प्रसारक कंपनियों में शुमार रही है। कर्ज से जूझ रहे एस्सेल ग्रुप ने आज कहा कि प्रवर्तकों को कुछ ऋणदाताओं के कर्ज का भुगतान करना है और इसी वजह से यह हिस्सेदारी बिक्री हो रही है।
ज़ी में प्रवर्तकों की 22.37 फीसदी हिस्सेदारी है जिसमें से 96 फीसदी शेयर ऋणदाताओं के पास गिरवी रखे गए हैं। इन शेयरों पर ली गई ऋण की राशि 7,000 करोड़ रुपये है। बाजार सूत्रों के मुताबिक यह लेनदेन थोक सौदों में होगा। इसके लिए प्रति शेयर कीमत 277 रुपये होगी जो बीएसई पर बुधवार को इसके बंद भाव (307.15 रुपये) से करीब 10 फीसदी कम है। सौदे का आकार 4,200 करोड़ रुपये होगा। प्रवर्तक इससे 5,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद कर रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक थोक सौदे अगले कुछ दिनों में हो सकते हैं। एस्सेल ग्रुप इसके लिए करार कर चुका है। इस सौदे के तहत ज़ी करीब 15.1 करोड़ शेयर बेचेगी। ग्रुप ने आज संकेत दिया कि इनवेस्को ओपनहाइमर की सहयोगी कंपनी ओएफआई ग्लोबल चाइना फंड 2.3 फीसदी हिस्सा खरीदेगी। 11 फीसदी प्रवर्तक हिस्सेदारी 4,224 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए इनवेस्को ओपनहाइमर और ज़ी के बीच अगस्त में समझौता हुआ था जिसमें से 8.7 फीसदी बिक्री पूरी हो चुकी है।
सुभाष चंद्रा और उनके परिवार को म्युचुअल फंडों और अन्य घरेलू ऋणदाताओं के रूस की वित्तीय सेवा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वीटीबी कैपिटन का कर्ज भी लौटाना है। प्रवर्तकों ने अपने निजी उपक्रमों के लिए रूसी कंपनी से शेयरों पर ऋण लिया था। ज़ी में 22.37 फीसदी प्रवर्तक हिस्सेदारी में से 10.71 फीसदी वीटीबी कैपिटल के पास है। रूसी कंपनी ने पिछले महीने संकेत दिया था कि उसे एस्सेल मीडिया वेंचर्स में ऋणदाता संरक्षण अधिकार मिले हैं। यह ज़ी में प्रवर्तक समूह की इकाई है।
इसी कंपनी के शेयर वीटीबी कैपिटल के पास गिरवी रखे गए हैं। वीटीबी कैपिटल की घोषणा ने ज़ी में उसके गिरवी शेयरों की संभावित बिक्री का मार्ग प्रशस्त किया था। इसके बाद पुनीत गोयनका ने कहा था कि ज़ी की वीटीबी कैपिटल के साथ सक्रिय बातचीत चल रही है। गोयनका को हाल में फिर से ज़ी का प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी बनाया गया था। बुधवार को एस्सेल ग्रुप ने कहा कि थोक सौदों के बाद ज़ी में प्रवर्तकों के गिरवी शेयरों की हिस्सेदारी घटकर 1.1 फीसदी रह जाएगी।
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