बाल बजट बनाने वाला देश का तीसरा राज्य बना बिहार | बीएस संवाददाता / पटना November 14, 2019 | | | | |
बिहार सरकार ने चालू वित्त वर्ष में बाल कल्याण पर करीब 21,000 करोड़ रुपये खर्च करने का फैसला लिया है। इस बारे में बेहतर निगरानी के लिए राज्य सरकार ने अलग से 'बाल बजट' भी बनाया है। इससे पहले केरल और असम ने बाल बजट तैयार किया है। उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को राज्य सचिवालय में बच्चों के बजट निर्माण के लिए मानक कार्य संचालन प्रक्रिया का दस्तावेज जारी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'पिछले पांच वित्त वर्षों में बजट में बच्चों के लिए 80,872 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया, जिनमें से 67,101 करोड़ रुपये खर्च किए गए। चालू वित्त वर्ष में बच्चों के लिए 20,889 करोड़ रुपये खर्च का प्रावधान किया गया है। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 2005-06 में बाल मृत्यु दर 65 थी, जो अब घट कर अखिल भारतीय औसत के समतुल्य 35 हो गई है। बच्चों का टीकाकरण 32.8 प्रतिशत से बढ़ कर 84 प्रतिशत हो गया है। 2011 की जनगणना के अनुसार 18 वर्ष की आयु की आबादी करीब 5 करोड़ है, जिनमें 2.62 करोड़ लड़के व लड़कियों की संख्या 2.35 करोड़ है।
गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन
बिहार के प्रसिद्ध गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से पीएचडी करने वाले सिंह ने वॉशिंगटन विश्वविद्यालय में पढ़ाया भी था। वह पिछले 40 वर्षों से सिजोफ्रेनिया से पीडि़त थे। उन्होंने पपीएमसीएच में आखिरी सांस ली। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ भोजपुर में उनके पैतृक गांव बसंतपुर में किया जाएगा।
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