परमाणु संयंत्र बनाने के ठेके के मानकों पर चिंता | ज्योति मुकुल / नई दिल्ली November 06, 2019 | | | | |
भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम (एनपीसीआईएल) ने कुडनकुलम परमाणु बिजली संयंत्र के पांचवीं और छठी इकाई के मुख्य निर्माण कार्य के लिए पूर्व योग्यता जरूरतों के मानक में ढील दे दी है। निगम ने 'वाणिज्यिक परिसर' बनाने का अनुभव वाले ठेकेदारों को भी बोली प्रक्रिया में हिस्सा लेने की अनुमति दे दी है। पिछले साल निगम ने उन ठेकेदारों को अनुमति दी थी, जिन्हें पुल बनाने के निर्माण टेंडर में शामिल होने की योग्यता थी। इस साल नियमों को और नरम कर दिया है। 2016 तक ठेकेदार को समान काम करने का अनुभव होना अनिवार्य रखा गया था, जिनमें परमाणु बिजली संयंत्र का निर्माण, भारी औद्योगिक संयंत्र बनाने, ताप या पनबिजली संयंत्र, बंदरगाह, मेट्रो या एयरपोर्ट टर्मिनल बनाने का अनुभव शामिल था। 2018 में नियम में ढील दी गई और पुल बनाने के अनुभव को भी इसमें शामिल कर लिया गया।
इस मसले पर एनपीसीआईएल के चेयरमैन और कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन टीम प्रतिक्रिया देने के लिए उपलब्ध नहीं थी। पूर्व योग्यता का दायरा अनिवार्य है, जिसे आसान कर तीन श्रेणियों- रीइनफोर्स कंक्रीट क्वालिटी, फॉर्मवर्क इरेक् शन और फैब्रिकेशन एवं प्लेसमेंट आफ रीइनफोर्समेंट स्टील में बांट दिया गया है। ठेकेदारों के लिए तीसरी व चौथी इकाई की बोली की शर्तों में 2016 में यह भी डाला गया था कि वे टेंडर के मूल्य के 10 प्रतिशत के बराबर कार्यशील पूंजी के लिए बैंक से सहमति हासिल करें। गोरखपुर हरियाणा अनु विद्युत परियोजना (जीएचएवीपी) की पहली और दूसरी इकाई के मुख्य संयंत्र कार्य के लिए 2018 में यह मानक कड़ा कर 20 प्रतिशत कर दिया गया। बहरहाल हाल के टेंडर के लिए फिर इसे नीचे लाया गया है।
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