केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होने को तैयार जद (यू) | बीएस संवाददाता / पटना October 30, 2019 | | | | |
महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव नतीजों के बाद बिहार की राजनीति गर्म हो गई है। कभी संख्या के आधार पर भागीदारी की शर्त पर मंत्री पद ठुकराने वाले जनता दल (यू) ने अब केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होने की इच्छा जताई है। दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर से विशेष राज्य के मुद्दे को छेड़ा है। नई दिल्ली में आज जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इस बैठक में नीतीश कुमार आधिकारिक रूप से दोबारा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी ने कहा कि जद (यू) केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने को तैयार है।
हालांकि, इसके लिए संख्या के आधार पर भागीदारी की बात भी कही। उन्होंने कहा, 'हमारी पार्टी ने कभी पद की मांग नहीं की। अगर समरसता, एकरूपता और बिहार के समन्वय के आधार पर जद (यू) को निमंत्रण मिलेगा, तो हम इसके लिए तैयार हैं। अगर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या अमित शाह जद (यू) को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल का प्रयास करेंगे तो हम इसका स्वागत करेंगे। अगर संख्या के आधार पर भागीदारी होगी, तो हम इसका स्वागत करेंगे। इससे राजग बिहार में और मजबूत होगा।'
त्यागी के इस बयान को अगले वर्ष के बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। इस वर्ष मई में आम चुनाव के बाद जद (यू) ने केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होने से इनकार कर दिया था। भाजपा सभी सहयोगियों को एक-एक मंत्री पद देने को तैयार थी, जबकि जद (यू) संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व की मांग कर रही थी। इस बाबत दोनों दलों के बीच काफी खींचतान भी हुई थी। हालांकि, भाजपा ने झुकने से साफ इनकार कर दिया था। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के बाद बिहार में भी राजनीति गर्म हो गई है।
|