मध्य प्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी इंदौर में आज आरंभ हुए निवेशक सम्मेलन मैग्निफिशेंट मध्य प्रदेश में देश के जानेमाने उद्योगपतियों ने प्रदेश की संभावनाओं के बारे में चर्चा की। कार्यक्रम के आरंभिक सत्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वह औद्योगिक गतिविधियों और शासन के मामले में रुढिवादी सोच नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा कि निवेशक सम्मेलन के नाम पर उद्योगपतियों का मेला लगाने या जलसा करने में उनका यकीन नहीं है। वह ठोस धरातल पर गतिविधियों में भरोसा करते हैं।
उद्योगपतियों के साथ चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने 10 महीने के अल्प कार्यकाल में उद्योगपतियों के हित में क्या-क्या कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि नये उद्योग मध्य प्रदेश में आयें और यहां के युवाओं, प्राकृतिक संसाधनों, प्रचुर बिजली और भूमि का लाभ लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश उद्योगों के लिए लैंड पूलिंग करने वाला देश का पहला राज्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की डिस्पोजेबल आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे लोगों की क्रय और व्यय शक्ति में इजाफा होगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने वेबकास्ट के जरिये समिट को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में औद्योगिक अवसरों की भरमार है। उन्होंने जानकारी दी कि रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रदेश में 20,000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है और राज्य सरकार के बाद प्रदेश में सबसे बड़े रोजगार देने वाले उद्योगों में शामिल है।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण स्वाभाविक रूप से लॉजिस्टिक्स का केंद्र बनने का दावेदार है। उन्होंने रिलायंस रिटेल की मदद से खुदरा कारोबारियों के जीवन में बदलाव लाने की बात कही। अंबानी ने कहा कि प्रदेश में 45 स्थानों पर 10 लाख वर्ग फीट भूभाग में वितरण केंद्र स्थापित करने की घोषणा की।
सन फार्मा के चेयरमैन दिलीप संघवी ने कहा कि रैनबैक्सी के अधिग्रहण के बाद कंपनी की दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट प्रदेश के मालनपुर और देवास में हैं। यहां बनने वाली दवाओं का यूरोप, अमेरिका, कनाडा समेत कई देशों में निर्यात किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में मौजूद फार्मा कॉलेज के कारण यहां से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा वाले विद्यार्थी फार्मा कंपनियों को मिलते हैं।
आईटीसी के चेयरमैन संजीव पुरी ने मध्य प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की संभावनाओं और उनमें कंपनी की भागीदारी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी शरबती गेहूं का उत्पादन सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराने के लिए परीक्षण कर रही है। पुरी ने कहा कि प्रदेश में 700 करोड़ रुपये की लागत वाली खाद्य प्रसंस्करण इकाई शुरू होने वाली है। अब उनकी कंपनी सब्जियों डिहाइड्रेट करने के उपक्रम की स्थापना पर काम कर रही है।
सीआईआई के चेयरमैन और टोयोटा किर्लोस्कर के वाइस चेयरमैन विक्रम किर्लोस्कर ने कहा कि उनकी कंपनी प्रदेश में शुरुआती निवेशकों में शामिल है और उन्हें मुख्यमंत्री कमलनाथ की कथनी और करनी पर पूरा भरोसा है। इंडिया सीमेंट के एमडी एम श्रीनिवासन ने कहा कि कंपनी का ढाई मिलियन टन क्षमता वाला ग्राइंडिंग प्लांट खंडवा में है। आने वाले समय में इसकी क्षमता दोगुनी करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी उत्तर भारत में अपना पहला सीमेंट उत्पादन संयंत्र मध्य प्रदेश में लगा सकती है। इस दिशा में काम शुरू हो चुका है।
इस निवेशक सम्मेलन में ट्राइडेंट समूह के चेयरमैन राजेंद्र गुप्ता, एचईजी के सीईओ, राकेश झुनझुनवाला समेत करीब 900 बड़े उद्योगपति हिस्सा ले रहे हैं।