तीन में से दो कंपनियां नई कर प्रणाली में जा सकती हैं: क्रिसिल | |
बीएस संवाददाता / 10 15, 2019 | | | | |
तीन में से दो कंपनियां तत्काल नई कॉरपोरेट कर प्रणाली में जा सकती हैं। क्रिसिल द्वारा किए गए 850 कंपनियों के एक सर्वेक्षण से यह खुलासा हुआ है। क्रिसिल ने कहा है कि सरकार द्वारा कॉरपोरेट कर की दर में कटौती की घोषणा किए जाने से कंपनियां सतर्क लेकिन आशान्वित हैं। क्रिसिल ने एक बयान में कहा है, 'अधिकतर कंपनियों को इससे लाभान्वित होंगी और वे वित्त पोषण संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए रकम को बचाकर रखना चाहती हैं। इससे मांग में सुधार होने पर ताजा पूंजीगत खर्च के लिए बहीखाता को मजबूती मिलेगी।'
आयकर अधिनियम 1961 में किए गए बदलाव के अनुसार, घरेलू कंपनियों को 25.17 फीसदी की प्रभावी दर से कम कॉरपोरेट कर के भुगतान का विकल्प दिया गया है। इसका लाभ लेने वाली कंपनियों को न्यूनतम वैकल्पिक कर क्रेडिट से वंचित किया गया है। साथ ही कहा गया है कि नई कॉरपोरेट कर को अपनाने के बाद कंपनियां पुरानी कर व्यवस्था में लौट नहीं सकेंगी। सर्वेक्षण में शामिल बिजली और तेल एवं गैस जैसे अधिक पूंजीगत खर्च वाले क्षेत्र की करीब एक तिहाई कंपनियों ने मौजूदा कर व्यवस्था में बरकरार रहने की इच्छा जताई। जबकि वाहन, रसायन, कपड़ा, रत्न एवं आभूषण और खुदरा क्षेत्र की अधिकतर कंपनियों ने नई कर व्यवस्था को तत्काल अपनाने की इच्छा जताई।
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