कम बिक्री, छूट से आय पर असर | शैली सेठ मोहिले / मुंबई October 13, 2019 | | | | |
सितंबर तिमाही वाहन कंपनियों के लिए खराब रहने वाली है क्योंकि कमजोर मांग और भारी छूट का ज्यादातर कंपनियों की आय पर असर पड़ेगा। इसके परिणामस्वरूप ज्यादातर वाहन कंपनियां तिमाही में काफी कम आय दर्ज कर सकती हैं।
कोटक सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, प्रभुदास लीलाधर और एंटिक समेत विभिन्न ब्रोकरेज फर्मों का अनुमान है कि औसत रूप से आठ अग्रणी कंपनियों का शुद्ध लाभ (टाटा मोटर्स की एकीकृत आय समेत) साल दर साल के हिसाब से सितंबर तिमाही (वित्त वर्ष 2019-20) में 46.2 फीसदी घटेगा। यह लगातार छठी तिमाही होगी जब शुद्ध लाभ में दो अंकों की गिरावट दर्ज होगी क्योंंकि देसी वाहन बाजार में बिक्री एक साल से नकारात्मक क्षेत्र में बनी हुई है।
कमजोर त्योहारी सीजन और बीएस-6 नियमों से जुड़ी चुनौतियों के कारण विश्लेषकों का मानना है कि वाहन कंपनियों के लिए मुश्किल समय वित्त वर्ष की बाकी अवधि में बना रहेगा।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों निशांत वास और पी वजानी ने नतीजे पूर्व समीक्षा में कहा है, कमजोर उत्पाद, ज्यादा छूट, ऑपरेटिंग लीवरेज, मुद्रा की प्रतिकूल दरें आदि मार्जिन पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं। हालांकि जिंस की कीमतों स्थिर बनी हुई है, जो कुछ राहत प्रदान कर रही है।
सितंबर तिमाही में यात्री वाहनों की बिक्री 28.7 फीसदी घटी, जो सात तिमाही का निचला स्तर है क्योंकि भारत की अर्थव्यवस्था 5.5 फीसदी के स्तर पर आ गई , जिसका उपभोक्ताओं की धारणा पर असर पड़ा। वाणिज्यिक वाहनों, तिपाहिया और दोपहिया की बिक्री इस अवधि में क्रमश: 35 फीसदी, छह फीसदी और 20.5 फीसदी घटी।
नकारात्मक ऑपरेटिंग लीवरेज और भारी छूट का यात्री वाहन निर्माताओं की आय पर असर पड़ा। अग्रणी कार कंपनी मारुति सुजूकी इंडिया का शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 53 फीसदी घटकर 1,053.88 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा भी अपनी शुद्ध आय में 36 फीसदी की गिरावट दर्ज कर सकती है। टाटा मोटर्स का एकीकृत नुकसान बढ़कर 1,097.23 करोड़ रुपये रह सकता है क्योंंकि देसी बाजार में वाणिज्यिक व यात्री वाहनों की बिक्री घटी है औ्र कंपनी की ब्रिटिश सहायक अवरोध का सामना कर रही है।
दोपहिया कंपनियों ने भी घटती मांग और उच्च लागत का सामना किया है। अपवाद के तौर पर बजाज ऑटो का शुद्ध लाभ 3.2 फीसदी बढ़कर 1,217.65 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जबकि अन्य कंपनियों की आय तिमाही के दौरान घटने का अनुमान है। बाजार की अग्रणी हीरो मोटोकॉर्प और टीवीएस मोटर कंपनी का शुद्ध लाभ क्रमश: 16 फीसदी व 33 फीसदी घटने का अनुमान है।
अर्थव्यवस्था में नरमी का सबसे बड़ा असर वाणिज्यिक वाहन कंपनियों पर पड़ा है क्योंंकि तिमाही के दौरान वस्तुओं व सेवाओं की आवाजाही में कमी से ट्रक बेकार खड़े रहे और ट्रांसपोर्टरों ने खरीद टाल दी। अशोक लीलैंड का शुद्ध लाभ 85 फीसदी घटकर 76.63 करोड़ रुपये रह सकता है। वित्त वर्ष 2019-20 में विभिन्न श्रेणियों में मांग के अनुमान में कमी बने रहने की संभावना है।
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