4 निदेशकों की नियुक्ति का प्रस्ताव रद्द | अभिजित लेले / मुंबई October 07, 2019 | | | | |
जम्मू ऐंड कश्मीर बैंक (जेऐंडके बैंक) के शेयरधारकों ने 4 निदेशकों को फिर से नियुक्त करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इस प्रस्ताव के खिलाफ 85 प्रतिशत से ज्यादा शेयरधारकों ने मतदान किया। शेयरधारकों के समक्ष सुनील चांदीरमानी, संजीव अग्रवाल और मोहम्मद अशरफ मीर को 17 जून 2019 से 16 जून 2021 तक 2 साल के लिए फिर से नियुक्त किए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। इसके अलावा राहुल बंसल को फिर से नियुक्त किए जाने का प्रस्ताव भी असफल रहा। अपनी सालाना आम बैठक (एजीएम) के बाद जेऐंडके बैंक ने बीएसई को यह जानकारी दी है। एजीएम 26 सितंबर 2019 को बैंक के कॉर्पोरेट मुख्यालय श्रीनगर में हुई थी।
बैंक ने इन 4 निदेशकों की फिर से नियुक्ति का प्रस्ताव खारिज किए जाने की वजह नहीं बताई है। शेयरधारकों ने विक्रम गुजराल को बोर्ड में निदेशक के रूप में फिर से नियुक्त किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। शेयरधारकों ने द स्टूडेंट एजूकेशनल ऐंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (एसईसीएमओएल) के सह संस्थापक सोनम वांगचुक को बोर्ड के निदेशक के रूप में नियुक्त किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। शेयरधारकों ने टियर 1 बॉन्डों के माध्यम से 550 करोड़ रुपये पूंजी जुटाने और 1050 करोड़ रुपये के बेसल 3 अनुपालन बॉन्ड के बैंक के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिससे पर्याप्त पूंजी बनी रहे।
इसके पहले शेयरधारकों को संबोधित करते हुए जेऐंडके बैंक के अंतरिम चेयरमैन और एमडी आरके छिब्बर ने कहा कि बैंक वृद्धि दर में निरंतरता बरकरार रखने में सफल रहा है और कमाई व अनुमान को मोटे तौर पर हासिल कर लिया गया है। आईएलऐंडएफएस सहित कुछ बड़े ऋण खातों की डाउनग्रेडिंग के बावजूद बैंक ने 464.88 करोड़ रुपये शुद्ध मुनाफा कमाया है। कम लागत के जमा के बेहतर अनुपात के साथ चालू खाता और बचत खाता (कासा) 50.70 प्रतिशत, शुद्ध ब्याज मुनाफा 3.84 प्रतिशत रहा है। छिब्बर ने कहा कि गैर निष्पादित संपत्तियों के लिए प्रॉविजन कवरेज रेशियो 64.30 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान शुद्ध एनपीए 4.89 प्रतिशत रहा है।
देश के बैंकिंग क्षेत्र की राह चालू वित्त वर्ष 2019-20 में पिछले साल की तुलना में कम उतार चढ़ाव वाला नजर आ रहा है। यह उम्मीद की जा रही है कि बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव के कारण यह साल भी बेहतर रहेगा। बुनियादी ढांचे पर खर्च, परियोजनाओं को तेजी से लागू किए जाने और लगातार सुधार जारी रहने से वृद्धि में और तेजी आने की उम्मीद है। अब एनपीए कम हो रहा है और पुराने एनपीए का समाधान प्रवर्तन के स्तर पर पहुंच गया है। वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान कमाई बढऩे की उम्मीद की जा रही है। इसमें मुनाफे के विस्तार, कर्ज की लागत में सुधार और शुल्क से होने वाली आमदनी व ट्रेजरी बुक में स्थिरता अहम होगी। बैंक का ध्यान खुदरा कारोबार और एमएसएमई क्षेत्र पर रहेगी, जिससे आगे कमाई में और सुधार की उम्मीद है। इससे मुनाफे में सुधार होगा और अतिरिक्त प्रावधान जरूरतों को हासिल किया जा सकेगा।
|