'डिजिटल सौदे से मिलेगी वृद्धि को रफ्तार' | विभु रंजन मिश्रा और देवाशिष महापात्र / October 01, 2019 | | | | |
कॉग्निजेंट के नए मुख्य कार्याधिकारी ब्रायन हंफ्रीज का कहना है कि लागत पर अधिक ध्यान देना कंपनी की रणनीति नहीं है बल्कि वह वृद्धि की राह पर लौटने के लिए ऐसा कर रही है। हंफ्रीज इससे पहले वोडाफोन की कमान संभाल रहे थे। उन्होंने विभु रंजन मिश्रा और देवाशिष महापात्र से बातचीत में कहा कि वह इस साल 18 फीसदी अधिक वेतन के साथ 30 फीसदी अधिक फ्रेशर्स की नियुक्ति करेंगे। पेश हैं मुख्य अंश:
भारत आपके लिए कितना महत्त्वपूर्ण है? कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि कॉग्निजेंट की समग्र योजना में भारत का महत्त्व अब घटने लगा है। क्या यह सही है?
भारत कॉग्निजेंट का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है और हम इसे लगातार बरकरार रखेंगे। यहां हमारे 2,00,000 कर्मचारी मौजूद हैं और इससे कॉग्निजेंट को काफी प्रतिस्पर्धी लाभ मिलता है। मैं हरेक आठ सप्ताह बाद भारत आता हूं और हरेक दौरे के दौरान यहां कम से कम एक सप्ताह तक रहता हूं। अपनी इस भारत यात्रा के दौरान मैं और राम (रामकुमार राममूर्ति) ने प्रमुख तकनीकी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से मुलाकात की है। इस साल हम प्रवेश स्तर के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए 30 फीसदी अधिक नए स्नातकों की नियुक्तियां करेंगे। साथ ही हमने फ्रेशर के वेतन में 18 फीसदी की बढ़ोतरी करने का एक प्रगतिशील कदम उठाया है। हम शीर्ष में से शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करना चाहते हैं। इसलिए हम बुनियादी की ओर लौट रहे हैं, वृद्धि की ओर लौट रहे हैं।
चर्चा है कि लागत घटाने के लिए कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या पर सर्जिकल स्ट्राइक करने जा रही है। जहां तक हमें पता है कि कॉग्निजेंट एक निर्धारित मार्जिन के दायरे में काम करती है। तो क्या अब लाभप्रदता बढऩे वाली है?
हमारी नजर लागत पर नहीं है बल्कि हम ग्राहक और वृद्धि पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। लागत तो विलय-अधिग्रहण जैसी है। यह एक हद तक साधन है न कि रणनीति। जाहिर तौर पर यह महत्त्वपूर्ण है क्योंकि हमें लागत के मोर्चे पर प्रतिस्पर्धी बनना है। इसलिए हम वृद्धि, ग्राहक एवं कर्मचारी में निवेश करर सकते हैं। यही कारण है कि हम हमेशा से निवेश और लागत में अंतर करते हैं। हम 500 बिक्री कर्मियों की नियुक्ति पर अथवा अपनी डिलिवरी टीम को नए सिरे से प्रशिक्षित करने पर अथवा डिलिवरी को स्वचालित करने पर खर्च कर रहे हैं। ये सब लागत के तहत आते हैं। मैं समाधान, ग्राहक की जरूरतों और खुद को दूसरों से अलग रखने के बारे में सोचते हैं। इससे हम अपने राजस्व की रफ्तार बढ़ा सकते हैं और वृद्धि में तेजी ला सकते हैं।
कॉग्निजेंट अपने क्षेत्र की अग्रणी कंपनी रही है लेकिन पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान उसने अपने अनुमान को घटाया है। इस पर आप क्या कहेंगे?
पिछले कुछ वर्षों के दौरान कॉग्निजेंट के बारे में काफी कुछ लिखा गया है। सबसे पहले एक्टिविस्ट निवेशक के बारे में बात की गई। तब मैं यहां नहीं था। अब मैं आपको बता दूं कि वृद्धि को रफ्तार देने के लिए मैं क्या करने जा रहा हूं। इसकी शुरुआत आप खुद को रणनीतिक तौर पर सही जगह स्थापित करते हुए कर सकते हैं। उसके बाद जाहिर तौश्र पर हमें वृद्धि में निवेश करना होगा। हमारे पास सही ब्रांड विशेषताएं, उपयुक्त कर्मचारी और ग्राहक केंद्रीकरण होना चाहिए। इसलिए हम अपने पारंपरिक कारोबार को सुरक्षित रखना चाहते हैं।
कॉग्निजेंट को टीसीएस और इन्फोसिस जैसी अपनी प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले किन खास चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है?
हमारे उद्योग में तमाम चीजें होती रहती हैं। डिजिटल में हम अग्रणी हैं लेकिन हमारा डिजिटल मिक्स कारोबार कुछ प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले छोटा है। हमने चार क्षेत्रों की पहचान की है जहां हमें ध्यान देने की जरूरत है- क्लाउड, डेटा, डिजिटल इंजीनियरिंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स। हमें 5जी में भी अवसरों को भुनाना होगा। इसलिए हमें अपने प्रमुख कारोबार को सुरक्षित रखने और प्रमुख डिजिटल क्षेत्रों में सफलता हासिल करने की जरूरत है। हमें ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर अधिक खर्च करने की भी जरूरत है। बैंकिंग, वित्तीय सेवा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में हमारा काफी निवेश है जहां विलय-अधिग्रहण गतिविधियों के कारण वृद्धि की रफ्तार थोड़ी सुस्त पड़ गई है।
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