ममता की शाह से एनआरसी पर चर्चा | एजेंसियां / September 19, 2019 | | | | |
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी नॉर्थ ब्लॉक स्थित शाह के कार्यालय में उनसे मिलने पहुंचीं। ममता ने कल प्रधानमंत्री से बुधवार को मुलाकात की थी और राज्य का नाम बदलने को लेकर चर्चा की। बनर्जी ने प्रधानमंत्री को आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल में एक कोयला ब्लॉक के उद्घाटन के लिए भी आमंत्रित किया। बनर्जी ने शाह को बताया कि असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) में बंगाली, बिहारी, गोरखा और असमी समुदायों के वास्तविक भारतीय भी बाहर हो गए हैं। ममता ने शाह से ऐसे लोगों की तकलीफ दूर करने में दखल देने का आग्रह किया। बनर्जी की यह गृह मंत्री अमित शाह से पहली मुलाकात थी। शाह ने तीन महीने पहले गृह मंत्री का पदभार संभाला था। बनर्जी ने शाह के साथ मुलाकात के बाद संवाददाताओं को बताया, 'मैं गृह मंत्री से एनआरसी के बारे में चर्चा करने के लिए आई हूं। मैंने उन्हें बताया है कि बहुत से वास्तविक भारतीयों को भी सूची से बाहर कर दिया गया है। मैंने उनसे ऐसे लोगों की मदद करने का आग्रह किया है ताकि उन्हें एनआरसी में शामिल किया जा सके क्योंकि वे बहुत मुश्किल हालत में हैं।' मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) से जिन लोगों को बाहर रखा गया है, उनमें बहुत से बंगाली, बिहारी, गोरखा और असमी भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, 'मैंने उनसे मामलों की जांच कराने और उनकी उन मसलों को हल करने का आग्रह किया है।' अंतिम एनआरसी में 19 लाख लोगों को बाहर रखा गया है। एनआरसी असम के निवासियों की सूची है, जिसका प्रकाशन 31 अगस्त को हुआ था। बनर्जी ने कहा, 'गृह मंत्री ने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले पर विचार करेंगे।' यह बनर्जी से यह पूछा गया कि क्या पश्चिम बंगाल में एनआरसी को लागू करने के बारे में चर्चा हुई है तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन उनका यह मानना है कि उनके राज्य में ऐसी पहल की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, 'यहां तक कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा है कि उनके राज्य में एनआरसी की कोई जरूरत नहीं है।'
'सुप्रियो का घेराव गंभीर मामला'
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को कहा कि जाधवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह द्वारा केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का घेराव किया जाना एक गंभीर मुद्दा है। उन्होंने घटना के संबंध में राज्य के मुख्य सचिव को तुरंत कदम उठाने को कहा है। मुख्य सचिव मलय डे ने विश्वविद्यालय के कुलाधिपति राज्यपाल को आश्वस्त किया कि शहर के पुलिस आयुक्त को फौरन मामले पर गौर करने का निर्देश दिया गया है। जाधवपुर ïिवश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का घेराव किया और उन्हें काले झंडे दिखाए। सुप्रियो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) द्वारा आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करने के लिए विश्वविद्यालय आए थे।
मंत्री अभी कैंपस में ही रूके हैं, क्योंकि प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनकी कार का रास्ता रोक दिया। धनखड़ ने से कहा कि जाधवपुर विश्वविद्यालय में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो और अन्य का घेराव किया जाना गंभीर मामला है। राजभवन सूत्रों ने बताया कि धनखड़ ने राज्य के मुख्य सचिव मलय डे से बात की और जाधवपुर विश्वविद्यालय में हालात पर काबू के लिए तुरंत कदम उठाने को कहा। मुख्य सचिव ने त्वरित कदम के बारे में आश्वस्त किया और संकेत दिया कि इस संबंध में शहर के पुलिस आयुक्त को शुरुआती निर्देश दे दिए गए हैं।
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