ई-कॉमर्स का विक्रेताओं के जरिये छूट पर जोर | |
करण चौधरी / बेंगलूरु 09 18, 2019 | | | | |
फ्लिपकार्ट
► ऐक्सिस बैंक डेबिट और क्रेडिट कार्ड तथा आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड पर 10 फीसदी की तत्काल छूट
► ग्राहकों के लिए कार्डलेस क्रेडिट और फ्लिपकार्ट पे-लेटर से लेकर नो कॉस्ट ईएमआई की सुविधा
► बिग बिलियन डेज के लिए आपूर्ति शृंखला का विस्तार करने की तैयारी
एमेजॉन इंडिया
► नवीनतम स्मार्टफोन पर 40 फीसदी तक की छूट, अतिरिक्त कैशबैक
► अप्लायंस और टीवी पर 75 फीसदी तक की छूट तथा नो कॉस्ट ईएमआई
► ऑनलाइन फैशन स्टोर पर 90 फीसदी तक की छूट
सरकार की सख्ती और व्यापार संगठनों के विरोध के बीच देश की दो दिग्गज मार्केटप्लेस कंपनियों एमेजॉन इंडिया और फ्लिपकार्ट ने आगामी त्योहारी मौसम में विक्रेताओं से भारी छूट देने को कह रही हैं। त्योहरी मौसम में बिक्री बढ़ाने के लिए दोनों ई-कॉमर्स फर्मों ने विक्रेताओं से लिए जाने वाले कमीशन को 7 फीसदी से घटाकर करीब 5 फीसदी करने, ब्रांडों को विज्ञापन की मुफ्त जगह देने, डिलिवरी के लिए मुफ्त लॉजिस्टिक सुविधा देने जैसी पहल की है। एमेजॉन और फ्लिपकार्ट विक्रेताओं द्वारा उत्पादों पर ज्यादा छूट सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।
उद्योग के जानकारों के मुताबिक कंपनियों को डर है कि अगर छूट का प्रतिशत कम रहा और छूट वाले उत्पादों की संख्या कम हुई तो उनकी बिक्री प्रभावित हो सकती है। घटनाक्रम के जानकार एक सूत्र ने कहा, 'अगर कोई कंपनी 10 करोड़ अलग-अलग उत्पादों और ब्रांडों की बिक्री करती हैं तो बमुश्किल 3 करोड़ उत्पादों पर छूट दी जाएगी। इनमें से भी छूट वाले ज्यादा उत्पाद प्राइवेट लेबल वाले होंगे, जो इन कंपनियों के अपने ब्रांड होते हैं। इस साल छूट मुख्य रूप से ब्रांड और विक्रेताओं की ओर दी जाएगी क्योंकि ई-कॉमर्स सरकार के नियमों का उल्लंघन नहीं करना चाहती हैं।'
सूत्रों ने कहा कि पहले ई-कॉमर्स फर्मों के लिए भारी छूट देना आसान था लेकिन इस साल वाणिज्य मंत्रालय, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के साथ ही साथ भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने इन फर्मों को चेतावनी दी है कि अगर ऑनलाइन मार्केटप्लेस के खिलाफ बाजार बिगाडऩे वाली कीमतों की शिकायत मिलती है तो उन्हें गंभीर कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
वाणिज्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'ई-कॉमर्स कंपनियों को यह दिखाना होगा कि सही मायने में छूट किसकी ओर से दी जा रही है। ऐसे में अगर छूट विक्रेता के अलावा किसी अन्य तरीके से दी जाती है तो उन पर कार्रवाई की जा सकती है।' यही वजह है कि एमेजॉन और फ्लिपकार्ट विक्रेताओं से ज्यादा छूट देने को कह रही हैं।
सूत्रों के अनुसार एमेजॉन इंडिया और फ्लिपकार्ट ने अपने कई विक्रेताओं से काफी कम कमीशन लेने की पेशकश की है। उत्तर भारत के एक बड़े विक्रेता ने कहा, 'हमें कहा गया है कि चुनिंदा इलेक्ट्रॉनिक्स सामान पर कमीशन को 15 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी किया जाएगा। हालांकि इसमें शर्त यह है कि छूट करीब 10 फीसदी बढ़ाई जाए।' फैशन श्रेणी में कमीशन पांच फीसदी से भी कम कर दिया गया है। इन उत्पादों की बिक्री करने वाले एक कारोबारी ने कहा, 'इससे हमें अपना मार्जिन बढ़ाने में मदद मिलेगी। सेल के दौरान हमारी बिक्री में भी काफी इजाफा होगा, जिससे पूरे साल की भरपाई हो सकती है।'
परिधान ब्रांडों, मोबाइल फोन विनिर्माताओं, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के साथ ही फर्नीचर फर्मों को प्लेटफॉर्म पर सेल के दौरान मुफ्त में प्रीमियम विज्ञापन स्पेस देने की पेशकश की गई है। सूत्रों ने कहा, 'ब्रांडों को मुख्य पृष्ठ के साथ ही पॉप-अप विज्ञापन में जगह दी जाएगी। ब्रांडों से पुराने उत्पादों और मॉडलों पर ज्यादा छूट देने को कहा गया है, साथ ही नए मॉडलों पर भी कुछ छूट देने को कहा गया है।'
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