कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को कहा कि वह देश की खराब आर्थिक स्थिति को उजागर करने के लिए 15 से 25 अक्टूबर के बीच देशव्यापी अभियानों और विरोध प्रदर्शनों की शृंखला शुरू करने की योजना बना रही है। पार्टी 'आर्थिक मंदी' को उजागर करने के लिए 20 से 30 सितंबर के बीच देशभर में सम्मेलनों का आयोजन करेगी। कांग्रेस ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर 2 अक्टूबर को पूरे देश में पदयात्रा करने की भी योजना बनाई है। इसके अलावा 3-9 अक्टूबर तक पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा और सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पार्टी नेताओं के साथ बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी सदस्यों से मात्र सोशल मीडिया पर बयानबाजी करने के बजाए विरोध का 'ठोस एजेंडा' साथ लेकर लोगों के पास जाने के लिए कहा। पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था में सुस्ती पर चिंता जताते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को आर्थिक मंदी का अहसास नहीं है और यह खतरनाक बात है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुई पार्टी महासचिवों-प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं की बैठक में सिंह ने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था की यही स्थिति बनी रही तो 2024-25 तक देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर तक ले जाने के प्रधानमंत्री मोदी के लक्ष्य के पूरा होने की कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा, 'देश इस वक्त गंभीर आर्थिक मंदी का सामना कर रहा है। यह बात सिर्फ कांग्रेस की तरफ से नहीं की जा रही है, बल्कि आप उद्योग जगत या किसी भी क्षेत्र के लोगों से बात करिए तो पता चलेगा कि अर्थव्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। इस हालात में सबसे खतरनाक चीज है कि सरकार को यह अहसास नहीं है कि आर्थिक मंदी है।' पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'जीडीपी विकास दर गिरकर पांच फीसदी रह गई है। लगातार पांच तिमाही से विकास दर गिर रही है। 2008 का दौर याद आ रहा है जब वैश्विक मंदी के कारण हमने चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना किया लेकिन हमने उस चुनौती का उपयोग अवसर के तौर पर किया और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया।' हाल ही में कई कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोडऩे के संदर्भ में सोनिया गांधी ने कहा कि यह इन नेताओं के अवसरवादी चरित्र को दर्शाता है। उन्होंने कहा, 'हम जल्द ही तीन राज्यों में चुनाव का सामना करने जा रहे हैं। हालात चुनौतीपूर्ण हैं और अगर हम सिर्फ पार्टी हित को ऊपर रखें तो फिर से अपनी खोई जमीन वापस पा सकते हैं।' कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू करने जा रही है क्योंकि पार्टी को लंबे समय से लग रहा है कि कार्यकर्ता पार्टी की विचारधारा को लेकर जागरुक नहीं हैं। इसके लिए पहले पूरे देश में 200 समन्वयक बनाए जाएंगे और फिर इनकी संख्या में इजाफा होगा। मनमोहन सिंह ने कहा कि आज के समय में चाहे रियल स्टेट की बात हो या फिर कृषि के क्षेत्र की, प्रत्येक क्षेत्र में दिख रही गिरावट के कारण अर्थव्यवस्था लगातार नीचे जा रही है। उन्होंने कहा कि स्पष्ट है कि जो वादे किए गए थे उन पर काम नहीं हो रहा है और इसका कोई संकेत नहीं है कि सरकार के पास कोई वास्तविक कार्य योजना है। पार्टी अपने हालिया 2 करोड़ सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए सदस्यता आभियान भी चलाने जा रही है। सदस्यता अभियान के बारे में कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस का सदस्यता अभियान मिस्ड कॉल पर आधारित नहीं होगा बल्कि वास्तविक होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में पदयात्रा और सदस्यता अभियान का हिस्सा बनेंगी। (साथ में एजेंसियां)
