देश की सबसे बड़ी उपभोक्ता वस्तु कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) नागपुर स्थित दिनशॉज डेरी फूड्स खरीदने की होड़ में सबसे आगे चल रही है। इस साल अप्रैल से दिनशॉज डेरी फूड्स की बिक्री की कवायद चल रही है। एचयूएल दिनशॉज के प्रवर्तकों के साथ 1,000 करोड़ रुपये नकद सौदे के लिए बातचीत कर रही है। इस पूरे मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि दिनशॉज का मूल्यांकन वित्त वर्ष 2019 में 450 करोड़ रुपये की कुल बिक्री के दोगुने स्तर पर किया गया है। दिनशॉज भारत की आइसक्रीम बनाने वाली सबसे पुरानी कंपनी है।
एचयूएल के अलावा प्राइवेट इक्विटी कंपनी कार्लाइल और ब्लैकस्टोन और दक्षिण कोरिया की लोटे कन्फेक्शनरीज भी दिनशॉज पर दांव लगाना चाह रही हैं। एचयूएल ने इस पूरे मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। दूसरी तरफ दिनशॉज डेरी के प्रबंध निदेशक जिम्मी राणा ने कहा कि यह खबर पूरी तरह कयासों पर आधारित है। उन्होंने कहा, 'हम भविष्य में कारोबार के वित्त पोषण के लिए विभिन्न विकल्पों का मूल्यांकन कर रहे हैं।' हालांकि सूत्रों ने कहा कि कंपनी का सौदा एचयूएल के साथ लगभग हो चुका है और जल्द ही इसकी घोषणा हो सकती है।
सूत्रों ने कहा कि दिनशॉज के लिए खरीदार तलाशने की जिम्मेदारी डेलॉयट को दी गई थी। एचयूएल अगर दिनशॉज का अधिग्रहण करती है तो यह आइसक्रीम खंड में एचयूएल का दूसरा सौदा होगा। इससे पहले पिछले साल अगस्त में कंपनी ने कर्नाटक की विजयकांत डेरी ऐंड फूड प्रोडक्ट्स से 'आदित्य मिल्क' आइसक्रीम और फ्रोजन डेजट्र्स खरीदे थे। यह सौदा कितनी रकम में हुआ था, इसका खुलासा नहीं किया गया था।