वैश्विक फैशन रिटेलरों की भारत में बढ़ रही रफ्तार | समरीन अहमद / बेंगलूरु September 11, 2019 | | | | |
छोटे मुलायम खिलौने, रंगबिरंगे किचनवेयर और सस्ते आकर्षक सौन्दर्य उत्पाद इन दिनों दुकानों में काफी दिखने लगे हैं। इन स्टोरों में दिखने वाले ये एशियाई फास्ट फैशन ब्रांड आर्थिक मंदी के बावजूद देश में रफ्तार पकडऩे लगे हैं। चीन के ब्रांड योयोसो ने शुक्रवार को बेंगलूरु में अपने पहले भारतीय स्टोर का उद्घाटन किया जबकि जापान की फैशन रिटेलर यूनिकलो अगले महीने तक भारत में अपना स्टोर खोलने की तैयारी कर रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे समय में जब ग्राहक अर्थव्यवस्था की रफ्तार को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, एशियाई फास्ट फैशन ब्रांड मूल्य संबंधी दांव लगा रहे हैं क्योंकि इस दौरान ग्राहक आमतौर पर सस्ती चीजें खरीदना चाहते हैं। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी कुमार राजगोपालन ने कहा, 'सस्ते ब्रांड को देश में अपनी जगह बनाने के लिए आर्थिक मंदी का दौर सबसे अच्छा समय होता है क्योंकि इस दौरान ग्राहकों की नजर में वे सस्ते उत्पाद उपलब्ध कराते हैं।' ब्रांड सहलाहकार हरीश बिजूर का मानना है कि मंदी में भी लोग फैशनेबल दिखना चाहते हैं और यदि कीमत अधिक नहीं होती है तो वे लगातार खरीदारी करते हैं। शिमी वोग, योयोसो, किओडा और युसुप्सो जैसे तमाम सस्ते एशियाई ब्रांडों को भारत में काफी संभावनाएं दिख रही हैं और इसलिए वे देश के करीब 10,000 करोड़ रुपये के फास्ट फैशनल बाजार को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं।
इन सब फास्ट फैशन रिटेलरों के बीच जापान की लाइफस्टाइल शृंखला मिनिसो की नजर इस साल के अंत तक देश में करीब 70 स्टोर खोलने पर है। जापान की इस कंपनी ने हाल में भारत में अपने 100वें स्टोर के उद्घाटन की घोषणा की है और उसकी नजर टियर 3 एवं टियर 4 शहरों में विस्तार पर भी है। भारतीय बाजार में कोरिया की सस्ती लक्जरी ब्रांड शिमी वोग के फिलहाल 36 स्टोर परिचालन में हैं और वह अगले 40 दिनों में 14 नए स्टोर खेलने जा रही है जिससे देश में उसके स्टोरों की कुल संख्या बढ़कर 50 हो जाएगी। कंपनी अगले साल के अंत तक भारत में अपने स्टोरों की कुल संख्या को 150 तक पहुंचाने के लिए बातचीत पहले से ही कर रही है।
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