पोर्टफोलियो विस्तार करेगी अरविंद फैशंस | विनय उमरजी / अहमदाबाद September 03, 2019 | | | | |
मेन्स वियर श्रेणी में खुद को एक प्रमुख ब्रांड स्थापित करने के बाद ब्रांडेड परिधान एवं खुदरा कंपनी अरविंद फैशंस भविष्य में अपने पोर्टफोलियो को विविध बनाने की संभावनाएं तलाश रही है। कंपनी के उत्पाद पोर्टफोलियो में मेन्स वियर बनाम अन्य श्रेणियों का अनुपात तीन साल पहले 80:20 था। हाल में अपनी मूल कंपनी से अलग होने वाली यह कंपनी किड्स वियर और इनरवियर कारोबार में 40 से 50 फीसदी की वृद्धि के बल पर उस अनुपात को 65:35 पहले ही कर चुकी है। विमेंस वियर श्रेणी में भी कंपनी ने अब तक अच्छी वृद्धि दर्ज की है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी जे सुरेश ने कहा कि अब यूएस पोलो, कैल्विन क्लाइन, टॉमी हिलफिगर और गैप जैसे दमदार ब्रांड के साथ अरविंद फैशंस लिमिटेड अब मेन्स वियर एवं अन्य श्रेणियों के बीच अनुपात को 50:50 पर लाने की उम्मीद कर रही है। जहां तक अन्य श्रेणियों का सवाल है तो अरविंद ग्रुप की यह कंपनी अपने किड्स वियर एवं इनरवियर श्रेणियों में दमदार वृद्धि दर्ज कर रही है जिसे ऑनलाइन बिक्री बढऩे और वितरण नेटवर्क में विस्तार होने से रफ्तार मिल रही है। उदाहरण के लिए, 60,000 चैनलों के साथ बाजार की अग्रणी कंपनी के मुकाबले अरविंद फैशंस फिलहाल 12,800 चैनलों के साथ कारोबार कर रही है।
सुरेश ने कहा, 'यूएस पोलो एसोसिएशन में हमारा काफी दमदार ब्रांड है जिसका फायदा हम इनरवियर और किड्स वियर में भी उठा रहे हैं। यदि हम इनरवियर को लेते हैं तो हमारे पास काफी दमदार ब्रांड हैं जैसे केल्विन क्लाइन, यूए पोलो एसोसिएशन और किड्स वियर ब्रांड जैसे गैप, यूएस पोलो और टॉमी हिलफिगर। हमारे पास इन ब्रांडों का जो पोर्टफोलियो है उसका इन श्रेणियों में कोई अन्य मुकाबला नहीं कर सकता। ब्रांड की ताकत, प्रमोशन रणनीति के अलावा सभी चैनलों के वितरण में विस्तार से इन श्रेणियों के विकास में मदद मिल रही है।'
उदाहरण के लिए, श्रेणी की अग्रणी कंपनी से तुलना करने पर कंपनी को वितरण नेटवर्क के विस्तार में कम से कम 5 गुना अधिक क्षमता दिख रही है। किड्स वियर रेणी में भी अरविंद फैशंस हमारे ब्रांडों के साथ डिपार्टमेंट स्टोर अथवा मल्टीब्रांड स्टोर (एमबीओ) में एक अग्रणी कंपनी बन रही है। फिलहाल हमारे पास 2,000 से अधिक किड्स वियर स्टोर हैं। मेन्स वियर कंपनी के पोटफोलियो में 50 फीसदी हिस्सेदारी के साथ अब भी अग्रणी श्रेणी बनी रहेगी। जबकि अरविंद फैशंस के राजस्व में अन्य श्रेणियों की हिस्सेदारी में उल्लेखनी वृद्धि होगी।
सुरेश ने कहा, 'आगे चलकर हमें 50:50 अनुपात वाली कंपनी बनना चाहिए जहां 50 फीसदी मेन्स वियर और शेष 50 फीसदी अन्य श्रेणियों की हिस्सेदारी होगी। अगले तीन वर्षों में ऐसा हो जाना चाहिए। मेन्स वियर से इतर श्रेणियों में हम उम्मीद करते हैं कि विमेंस वियर 10 से 12 फीसदी पर बरकरार रहेगी, ब्यूटी 10 फीसदी और किड्स वियर 10 फीसदी होगी। उनमें से अधिकतर श्रेणियों की हिस्सेदारी 5 फीसदी है जो 10 फीसदी तक पहुंच सकती है। आकार के लिहाज से ये श्रेणियां कहीं अधिक बड़ी हो सकती हैं।' इस बीच, कंपनी ने करीब 100 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च की भी योजना बनाई है जिसका इस्तेमाल काफी हद तक स्टोरों के विस्तार में किया जाएगा।
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