एनटीपीसी ने खरगोन में विद्युत संयंत्र शुरू किया | श्रेया जय / नई दिल्ली August 30, 2019 | | | | |
भारत की प्रमुख विद्युत उत्पादक एनटीपीसी लिमिटेड ने कहा है कि उसने मध्य प्रदेश के खरगोन में देश की पहली अल्ट्रा-सुपर क्रिटिकल उत्पादन इकाई (660 मेगावॉट) की शुरुआत की है। यह संयंत्र 41.5 प्रतिशत की दक्षता के साथ परिचालन करता है जो पारंपरिक सुपर-क्रिटिकल संयंत्रों के मुकाबले 3.3 प्रतिशत अधिक है। एनटीपीसी ने एक बयान में कहा है, 'उच्च दक्षता की वजह से सुपर क्रिटिकल संयंत्रों की तुलना में समान मात्रा में बिजली उत्पादित करने के लिए कम कोयला खपत होगी और साथ ही कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन में 3.3 प्रतिशत की कमी आएगी।'
एनटीपीसी खरगोन की कुल क्षमता 660 मेगावॉट क्षमता वाली दो इकाइयों के साथ 1,340 मेगावॉट होगी। कंपनी ने कहा है कि संयंत्र के संचालन के लिए ईंधन और परिवहन प्रणालियों जैसी जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं और संयंत्र जल्द ही वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर देगा। अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल विद्युत संयंत्र में पारंपरिक ताप विद्युत इकाई की तुलना में कम कोयले की जरूरत होती है। इससे उत्सर्जन (कार्बन डाईऑक्साइड और पारा समेत) में कमी लाने, दक्षता बढ़ाने और प्रति मेगावॉट बिजली उत्पादन पर ईंधन की लागत घटाने में मदद मिलती है। तापमान परिवर्तन के प्रति भारत की वचनबद्घता के तहत कोयला खपत में कमी लाना और ताप विद्युत उत्पादन के लिए सक्षम एवं किफायती तरीके अपनाना मुख्य लक्ष्यों में शामिल हैं।
|