सस्ते आवास के लिए कर्ज बढ़ाने की तैयारी में बंधन | नम्रता आचार्य / कोलकाता August 23, 2019 | | | | |
सूक्ष्म वित्त के परंपरागत क्षेत्र के अलावा सस्ता आवास बंधन बैंक के लिए वृद्घि करने का दूसरा बड़ा क्षेत्र होगा। इसके अलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) पर भी बैंक की नजर रहेगी। बंधन बैंक की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर बोलते हुए इसके महानिदेशक और मुख्य कार्याधिकारी सी एस घोष ने कहा, 'गृह फाइनैंस के अधिग्रहण के बाद की स्थिति में बैंक के लिए सस्ते आवास के क्षेत्र में वृद्घि करने का बड़ा मौका होगा।' उल्लेखनीय है कि शुरुआत से ही बंधन बैंक की नजर सूक्ष्म वित्त पर रहा है। अब तक कॉर्पोरेट ऋण के साथ किए गए इसके प्रयोग के परिणाम बहुत अधिक उत्साहजनक नहीं रहे। बैंक पहले ही आईएलऐंडएफएस मामले में अपना हाथ जला चुका है और 385 करोड़ के ऋण के लिए उसे प्रावधान करने पड़े थे।
इस साल जनवरी में बैंक ने एचडीएफसी लिमिटेड की सस्ती आवासीय वित्त इकाई गृह फाइनैंस में अपने विलय की घोषणा की थी। विलय से बैंक को प्रमोटर की करीब 82 फीसदी शेयर होल्डिंग को घटाकर 61 फीसदी पर लाने में मदद मिलेगी। आरबीआई के नियमों के मुताबिक बैंक को प्रमोटर की हिस्सेदारी को कम कर 40 फीसदी पर लाने की जरूरत है। घोष के मुताबिक गृह के 195 शाखाएं और 700 कर्मचारी अनुभवी टीम के साथ बैंक को सस्ते आवास खंड में अपनी मौजूदगी स्थापित करने में मदद करेंगे और यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें बैंक भविष्य में वृद्घि करना चाहेगा। घोष के मुताबिक विलय पर एनसीएलटी की निर्णायक मंजूरी शीघ्र मिलने की उम्मीद है।
बंधन बैंक की शाखाओं में उसके चालीस लाख ग्राहक आधार का लाभ उठाने के लिए स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने बंधन बैंक के साथ मिलकर सह ब्रांड वाला क्रेडिट कार्ड जारी किया है। साझेदारी के तहत स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के हिस्से कर्ज जोखिम होगा और क्रेडिट कार्ड बंधन बैंक के ग्राहकों को जारी किया जाएगा।
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