ल्यूपिन ने बेचा जापानी कारोबार में निवेश | सोहिनी दास / मुंबई August 22, 2019 | | | | |
दवा कंपनी ल्यूपिन ने अपने जापानी इंजेक्टीबल्स व्यवसाय को नियो एएलए कंपनी लिमिटेड को बेचने की घोषणा की है। नियो एएलए अबू धाबी के नियोफार्मा समूह की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। ल्यूपिन ने कहा है कि इस कदम से उसे अपने जापानी परिचालन को आसान बनाने और वहां ब्रांडेड जेनेरिक व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी। हालांकि अभी इस सौदे के मूल्य का खुलासा नहीं हुआ है। ल्यूपिन के राजस्व में जापान का 14 प्रतिशत का योगदान है और कंपनी वहां पांचवें नंबर पर है।
कंपनी ने कहा है कि उसने अपने जापानी इंजेक्टीबल्स व्यवसाय और वहां संबंधित परिसंपत्तियां नियो एएलए को बेचने के लिए अपनी जापानी सहायक कंपनी क्योवा (क्योवा फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री कंपनी, लिमिटेड) के जरिये समझौता किया है। ल्यूपिन एपीएसी के अध्यक्ष एवं क्योवा के निदेशक फैब्रिस इगरोस ने कहा, 'जापान में अपने इंजेक्टीबल्स व्यवसाय की बिक्री वहां अपना परिचालन सुगम बनाने और एक हाइब्रिड (ब्रांड/जेनेरिक) फार्मा मोडल तैयार करने की दिशा में उठाया गया अहम कदम है।' हमें विश्वास है कि नियोफार्मा समूह क्योवा क्रिटिकेयर के लिए सही भागीदार है क्योंकि यह इस व्यवसाय के रणनीतिक महत्व पर जोर देता है।'
बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ ताजा बातचीत में ल्यूपिन के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने कहा था कि जापान में कंपनी का ध्यान दक्षता पर रहेगा। कंपनी जापान के लिए अपनी कई दवाओं का उत्पादन गोवा स्थित संयंत्र में करती है। गुप्ता ने कहा, 'बिक्री के नजरिये से, यह बाजार 10 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वहीं मूल्य के संदर्भ में यह एक अंक की वृद्घि दर्ज की गई है। हमारा मुख्य उद्देश्य अपने उन उत्पादों के लिए समेकन में तेजी लाना है जिनमें हम ऐक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रिडिएंट (एपीआई) से जुड़े हुए नहीं हैं।'
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