अप्रैल-जुलाई में मोपेड का उत्पादन 30 फीसदी घटा | टी ई नरसिम्हन / चेन्नई August 18, 2019 | | | | |
बिक्री में गिरावट के कारण अप्रैल-जुलाई 2019 के दौरान मोपेड का उत्पादन करीब 30.64 फीसदी घट गया। देश की तीसरी सबसे बड़ी दोपहिया विनिर्माता टीवीएस मोटर कंपनी मोपेड बनाने वाली इकलौती कंपनी रह गई है जब हीरो और काइनेटिक ने कई साल पहले इस क्षेत्र को अलविदा कर दिया था। अप्रैल-जुलाई के दौरान मोपेड का उत्पादन 2,15,247 वाहन रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,10,330 वाहन रहा था। इस तरह से उत्पादन में 30.64 फीसदी की गिरावट आई। स्कूटर का उत्पादन इस अवधि में 15.31 फीसदी घटा है जबकि मोटरसाइकल का उत्पादन 6.52 फीसदी फिसला है।
मोपेड के ग्राहक मोटे तौर पर ट्रेडर हैं और मुख्य रूप से ग्रामीण इलाके में फैले हुए हैं। इस वाहन का इस्तेमाल अखबार, किराने का सामान, फल, सब्जियों आदि की ढुलाई में होता है। पिछले कुछ वर्षों से इस वाहन में चार स्ट्रोक का इंजन लगाया जा रहा है। इसमें 100 सीसी का इंजन लगाया जा रहा है और इलेक्ट्रिक स्टार्ट का विकल्प भी है। इस अवधि में मोपेड की बिक्री 20.17 फीसदी घटी।
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