डीटीएच में जियो मचाएगी हलचल | सोहिनी दास, रोमिता मजूमदार और विवेट सुजन पिंटो / मुंबई August 12, 2019 | | | | |
बहुप्रतीक्षित जियोफाइबर होम ब्रॉडबैंड सेवा इसी साल सितंबर से शुरू होने वाली है। रिलायंस जियो ने कम से कम 700 रुपये मासिक शुल्क के साथ यह सेवा उपलब्ध कराने की घोषणा की है। इस फाइबर टु होम (एफटीएच) सेवा की पेशकश तमाम अन्य सेवाओं के साथ की जाएगी। विश्लेषकों का मानना है कि इससे टेलीविजन वितरण बाजार में ठीक उसी तरह सुदृढीकरण को बढ़ावा मिलेगा जैसा तीन साल पहले जियो की सेवाएं शुरू होने पर हुआ था। रिलायंस इंडस्ट्रीज की वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो के लिए निवेश चक्र अब पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा, 'अन्य कंपनियों के विपरीत आपकी कंपनी के पास नेटवर्क परिसंपत्ति में पूर्व-निवेश की दूरदृष्टिï थी।' उन्होंने कहा कि मौजूदा एलटीई प्रौद्योगिकी में शुरू से निवेश किए जाने के कारण जियो का वायरलेस नेटवर्क पहले से ही 4जी प्लस था और मामूली लागत के साथ उसे 5जी में अपग्रेड किया जा सकता है।
अंबानी ने कहा, 'जियो के एकीकृत नेटवर्क ढांचे के कारण हम लोगों के घरों और कारोबारी प्रतिष्ठïानों तक कहीं अधिक तेज फिक्स्ड-लाइन ब्रॉडबैंड सेवाओं की पेशकश कर सकते हैं।' उन्होंने कहा कि अधिकांश निवेश अब पूरा हो चुका है और वे राजस्व सृजित करने के लिए अन्य क्षेत्रों- इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), होम ब्रॉडबैंड, एंटरप्राइज ब्रॉडबैंड और एसएमई के लिए ब्रॉडबैंड- पर ध्यान केंद्रित करेंगे। कंपनी डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और फाइबर नेटवर्क पर 3.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है।
विश्लेषकों का मानना है कि जियो की हाई स्पीड ब्रॉडबैंड पेशकश का देश में ब्रॉडबैंड के विस्तार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। एलारा कैपिटल के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) करण तुरानी ने कहा कि जियो की मोबाइल पेशकश से भारत में इंटरनेट की पहुंच ने वैश्विक औसत के 90 फीसदी को पार कर लिया। उन्होंने कहा, 'भारत में ब्रॉडबैंड की पहुंच फिलहाल 10 फीसदी है। जियो एफटीएच के शुरू होने से उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि होगी और मध्यम अवधि में उभरते देशों के मुकाबले उनकी संख्या कई गुना (चीन में एफटीएच की पहुंच करीब 70 फीसदी है) हो जाएगी।'
जियो को नैरोबैंड आईओटी में 20,000 करोड़ रुपये की संभावनाएं दिख रही हैं। कंपनी ने अगले दो वर्षों के दौरान 2 अरब कनेक्टेड डिवाइस बाजार के आधे हिस्से पर काबिज होने की योजना बनाई है। जियो की इस घोषणा से डायरेक्ट टु होम (डीटीएच) बाजार में भी सुदृढीकरण दिखेगा। एयरटेल डीटीएच द्वारा डिश टीवीके अधिग्रहण की चर्चा तेज हो गई है। इससे पहले 2017 में डिश टीवी का वीडियोकॉन डी2एच में विलय के साथ उद्योग में सुदृढीकरण हुआ था। इसके अलावा रिलायंस बिग टीवी को भी दिल्ली की कंपनी वीकॉन मीडिया ऐंड टेलीविजन ने अधिकग्रहण किया था।
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