भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) घरेलू शेयर बाजारों के समय को बढ़ा कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने की कोशिश कर रहा है। इस प्रस्ताव पर बाजार प्रतिभागियों से उनकी राय मांगी गई है। उनकी प्रतिक्रियाएं मिली जुली रहीं। बाजार नियामक ने आज जारी परिचर्चा पत्र में कहा है, 'जहां तक संभव हो सकता है, भारतीय बाजारों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ जोड़ना महत्वपूर्ण है ताकि अन्य वैश्विक बाजारों से आ रही वित्तीय सूचनाओं को समाहित करने की सुविधा मिल सके।' भारत में इक्विटी कैश मार्केट और एक्सचेंज ट्रेडेड डेरिवेटिव मार्केट सुबह 9.55 बजे से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक खुला रहता है जो मुद्रा वायदा और जिंस वायदा के कारोबारी समय से कम है। सेबी के परिचर्चा पत्र में कहा गया है कि दूसरे देशों के कुछ एक्सचेंजों ने वायदा श्रेणी के लिए अधिक समयावधि को अपनाया है जो 23 घंटे तक की भी है। कारोबार की अवधि बढ़ाए जाने से घरेलू बाजार को अंतरराष्ट्रीय बाजार की हलचलों से लाभ उठाने का मौका मिल सकेगा जिससे बाजार अधिक सक्षम होगा और लोगों में कारोबार के प्रति दिलचस्पी भी बढ़ेगी। इससे पहले नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने सेबी से आग्रह किया था कि इंडेक्स अनुबंधों के वायदा कारोबार की शुरुआत सुबह में 9.55 बजे की जगह 8.00 बजे से करने की इजाजत दी जाए। एनएसई फ्यूचर्स सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज में भी सूचीबध्द है जहां कारोबार की शुरुआत एनएसई से ढाई घंटे पहले ही हो जाती है। पिछले कुछ महीनों में निफ्टी के वायदा कारोबार का लगभग 40 फीसदी सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज से होने लगा है। हालांकि, नियामक ने कहा है कि कारोबार की अवधि बढ़ाए जाने से जोखिम प्रबंधन संबंधी चिंता बढ़ाने के साथ अधिक मार्जिन की जरूरत की संभावनाओं का सवाल खड़ा कर रहा है और इस बारे में बाजार प्रतिभागियों से 10 अप्रैल तक उनकी राय मांगी है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के भूतपूर्व प्रबंध निदेशक आर एच पाटिल ने कहा, ' अगर इसे चरणबध्द तरीके से लागू किया जाए तो यह एक बेहतरीन कदम होगा। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इसके लिए उचित बुनियादी व्यवस्थाएं हैं और लागू किए जाने से पहले जोखिम कम करने की नीति तैयार कर ली गई हैं।' रिलायंस मनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि कारोबारी सत्र सुबह 8.00 बजे से शुरू होकर शाम के 6.30 तक चलना चाहिए ताकि भारतीय बाजार यूरोप, अमेरिका और अन्य एशियाई बाजारों के समय के साथ चल सकें। मुंबई स्थित के आर चोकसी शेयर्स ऐंड सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक देवेन चोकसी ने कहा कि सेबी को केवल वायदा श्रेणी के कारोबार की अवधि बढ़ानी चाहिए।
