ऑनलाइन यूजर्स को भी गोल्ड लॉयल्टी | युवराज मलिक / August 01, 2019 | | | | |
जोमैटो रेस्टोरेंट में खाना खाने की अपनी लोकप्रिय छूट योजना जोमैटो गोल्ड को ऑनलाइन ऑर्डरों के लिए भी शुरू करने के बारे में विचार कर रही है। कंपनी कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले खाने के ऑर्डर के बाजार में स्विगी से मुकाबले के लिए कमर कस रही है। लोग जोमैटो पर रेस्टोरेंट तलाश सकते हैं और ऑनलाइन खाने का ऑर्डर दे सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि यह योजना 15 अगस्त तक शुरू की जा सकती है। इसके बाद ऑनलाइन या मोबाइल ऐप के जरिये खाने का ऑर्डर देने वाले जोमैटो गोल्ड यूजर्स को 300 रुपये तक की कोई खाद्य सामग्री मुफ्त मुहैया कराई जाएगी। इसे खाने के एक समय- दोपहर के भोजन, नाश्ते या रात्रि भोज में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस समय जोमैटो उन रेस्टोरेंटों के साथ करार कर रही है, जो पहले से ही जोमैटो ऐप के जरिये डिलिवरी दे रहे हैं। दीपेंदर गोयल की अगुआई वाली इस कंपनी ने जोमैटो गोल्ड कार्यक्रम के लिए शुरुआती सदस्यता फीस 10,000 रुपये रखी है। यह कार्यक्रम केवल उनकी रेस्टोरेंट में मुहैया कराया जा रहा है, जहां दो लोगों के खाने का खर्च 500 रुपये से अधिक है। जोमैटो के एक प्रवक्ता ने कंपनी की इस पहल की पुष्टि की। कंपनी ने ईमेल से भेजे एक बयान में कहा, 'जोमैटो गोल्ड को ग्राहकों और रेस्टोरेंटों ने बहुत अधिक पसंद किया है। हम लगातार इस पेशकश का दायरा बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इस समय हम एक बड़े बदलाव पर काम कर रहे हैं, जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा।'
जोमैटो गोल्ड योजना फिलहाल केवल रेस्टोरेंटों में खाना खाने के लिए उपलब्ध है। इसमें यूजर 6,000 से अधिक रेस्टोरेंटों में दो खाद्य उत्पादों या चार ड्रिंक्स का आधी कीमत पर ऑर्डर दे सकते हैं। इस कार्यक्रम को जनवरी 2018 में शुरू किया गया था। इसे अच्छी सफलता मिली है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी की कुल आमदनी में जोमैटो गोल्ड सबस्क्रिप्शन से होने वाली आय की हिस्सेदारी करीब 20 फीसदी है। कंपनी के 31 मार्च, 2019 को 10 लाख सक्रिय जोमैटो गोल्ड ग्राहक थे। विशेषज्ञों का कहना है कि जोमैटो गोल्ड ने यूजर्स को न केवल आने का ऑर्डर देने बल्कि रेस्टोरेंट खोजने और खाना खाने के लिए जोमैटो के इस्तेमाल के लिए लुभाया है।
इंटरनेट क्षेत्र के एक विश्लेषक ने कहा, 'इसे (जोमैटो गोल्ड) को ऑनलाइन ऑर्डरों के लिए भी लागू करने से उसे स्विगी और अन्य ऐप से ग्राहकों को लुभाने में मदद मिलेगी। वहीं मौजूदा ग्राहकों को और ज्यादा वफादार बनाएगी।' सूत्रों का कहना है कि जोमैटो पहले शुरू किए गए लॉयल्टी प्रोग्राम की बड़ी सफलता के बाद अब केवल 'जोमैटो गोल्ड' पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी ने 'जोमैटो ट्रीट्सï' को पिछले वर्ष नवंबर में और पिगीबैंक सेवा को इस महीने बंद कर दिया है। प्रतिस्पर्धी कंपनी स्विगी सुपर नाम से एक सेवा देती है जो सबस्क्राइबर को मुफ्त में सामान डिलिवरी उपलब्ध कराती है। देश में स्विगी की सुपर सेवा का अच्छी संख्या में उपयोग किया जा रहा है।
जोमैटो गोल्ड के सबस्क्राइबर की संख्या बढ़ाने के साथ साथ कंपनी को अपने कुल विस्तार पर भी तेजी से काम करना होगा क्योंकि उसकी प्रतिस्पर्धी कंपनी स्विगी अपनी पहुंच और ग्राहकों की संख्या में तेज विस्तार कर रही है। स्विगी ने वर्ष 2014 में इस बाजार में कदम रखा और अपनी क्षमता पर एक बेहतर नेटवर्क विकसित किया। जोमैटो वर्ष 2015 में बाजार में आई और लगातार स्विगी से प्रतिस्पर्धा कर रही है। हालांकि उबर-ईट्स और फूडपांडा जैसी कंपनियां इनके ग्राहकों में लगातार सेंध लगा रही हैं।
जुलाई 2018 में जोमैटो ने मेक माई ट्रिप के मुख्य परिचालन अधिकारी मोहित गुप्ता को कंपनी का मुख्य कार्याधिकारी बनाया। वर्तमान में कंपनी की कुल बिक्री में फूड डिलिवरी की 40-50 प्रतिशत भागीदारी है और शेष विज्ञापन कारोबार से आती है, जिसमें रेस्तरां जोमैटो सूची में शीर्ष पर दिखने के लिए कंपनी को भुगतान करते हैं।
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