बारिश से बिहार के किसानों के चेहरों पर लौटी मुस्कान | सत्यव्रत मिश्रा / पटना July 09, 2019 | | | | |
बीते तीन दिनों की बारिश ने बिहार में सूखे से तपते खेतों को राहत दी है। शनिवार से जारी वर्षा की वजह से राज्य में जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। इस वजह से राज्य में धान के खेती में तेजी आई है। दरअसल, राज्य में बीते तीन दिनों से लगातार बारिश जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक कम दबाव के क्षेत्र की वजह से मंगलवार को भी पूरे राज्य में बारिश जारी रही। विभाग के मुताबिक पड़ोस के झारखंड और पश्चिम बंगाल में तो मानसून कमजोर पड़ रहा है, लेकिन पटना, सारण, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, मधुबनी, पूर्णिया और किशनगंज में अगले 48 घंटों तक तक बारिश जारी रहने का अनुमान है। वहीं, इस हफ्ते के अंत तक अलग-अलग हिस्सों मे छिटपुट बारिश होती रहेगी। लगातार बारिश की वजह से राज्य में जुलाई के महीने में सामान्य से 9 फीसदी अधिक वर्षा हो चुकी है। इससे पहले लगातार पांच वर्षों में जुलाई के महीने में सामान्य से कम बारिश हुई थी।
इस लगातार बारिश से किसानों और खेतों को सूखे से राहत मिली है। राज्य के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बताया, 'जून में राज्य में सामान्य से 41 फीसदी कम बारिश हुई थी। हालांकि, जुलाई के पहले हफ्ते में लगातार बारिश से स्थिति बेहतर हुई। इससे राज्य में धान रोपनी में तेजी आई है। मंगलवार तक राज्य में सामान्य से अब 24 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई है।' मंत्री के मुताबिक बारिश की वजह से खेतों में खड़ी फसल की स्थिति भी बेहतर हुई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार तक 3.3 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के विरुद्ध करीब 78 फीसदी खेतों में धान के बिचड़े का आच्छादन हो चुका है। वहीं, राज्य सरकार ने 33 लाख हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य रखा है, जिसके मुकाबले 9 जुलाई तक राज्य में 2.51 लाख हेक्टेयर से ज्यादा खेतों में धान की रोपनी हो चुकी है। वहीं, करीब 40 फीसदी मक्के के खेतों में बुआई का काम पूरा हो चुका है। कृषि मंत्री के मुताबिक राज्य सरकार इस बार सामुदायिक नर्सरी भी तैयार कर रही है, ताकि किसानों को समय पर बिचड़ा मिल सके।
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