दुर्घटना के बाद जागी सरकार एक्सप्रेसवे पर बनेंगे सुविधा केंद्र | बीएस संवाददाता / लखनऊ July 09, 2019 | | | | |
उत्तर प्रदेश में आगरा एक्सप्रेस वे पर सोमवार तड़के हुए हादसे में 29 लोगों की मौत के बाद प्रदेश सराकर ने सुरक्षित यात्रा के लिए व्यापक प्रबंध करने का फैसला किया है। प्रदेश में सबसे ज्यादा दुर्घटना वाले आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे और यमुना एक्सप्रेस वे पर हर 50 किलोमीटर पर जनसुविधा केंद्र बनाए जाएंगे। इन दोनों एक्सप्रेस वे पर लगे नाइट विजन कैमरों की तादाद बढ़ाकर दोगुनी की जाएगी। इन कैमरों से एक्सप्रेस वे पर चल रहे वाहनों की स्सीड पर नजर रखी जाती है। फिलहाल आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे 50 नाइट विजन कैमरे निगरनी रख रहे हैं जिनकी तादाद बढ़ाकर 100 कर दी जाएगी।
गौरतलब है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बीते दो साल में विभिन्न सड़क दुर्घटनाओं में 800 लोगों की जान गई है जबकि हजारों लोग घायल हो चुके हैं। सोमवार सुबह भी इस एक्सप्रेस वे पर लखनऊ से दिल्ली जा रही यूपी रोडवेज की साधारण एसी बस के दुर्घटना ग्रस्त होने से 29 लोगों की जान चली गई थी। लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए जहां वाहनों के टायरों में नाइट्रोजन गैस भरने का सुझाव दिया जा रहा है वहीं एक्सप्रेस वे की नोडल एजेंसी यूपी इंडस्ट्रयिल ऐंड एक्सप्रेसवेज अथारिटी (यूपीडा) पूरे रास्ते पर और भी गतिमापपक यंत्र व नंबर प्लेट रिकॉर्ड करने के उपकरण लगाएगी। हाल ही में इस एक्सप्रेस वे पर ओवरस्पीड से चलने वाले वाहनों के लिए ई-चालान की व्यवस्था लागू की गई है। इसके तहत तेज स्सीड से एक्सप्रेस वे पर वाहन चलाने वालों का चालान स्वत: ही कट जाएगा।
एक्सप्रेस वे पर दुर्घटना रोकने के लिए वाहन चालकों व यात्रियों को हर 50 किलोमीटर पर जन सुविधा केंद्र खोलने की तैयारी की जा रही है। अभी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर दोनों ओर दो-दो जनसुविधा केंद्र चल रहे हैं। इसे बढ़ाकर चार-चार कर दिया जाएगा। एक्सप्रेस वे पर अक्सर दुर्घटना का शिकार होने वाली रोडवेज की बसों में गति को नियंत्रित करने के लिए स्पीड गर्वनर लगाए जाएंगे।
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