धनकुबेरों पर कर बढऩे से प्रभावित होंगे कई दिग्गज | |
पवन लाल / मुंबई 07 08, 2019 | | | | |
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के आम बजट में अमीरों पर कर बढ़ाने की घोषणा से देश के अति धनाढ्यों को ज्यादा कर देना पड़ेगा। बजट में दो श्रेणियों में कर बढ़ाने की घोषणा की गई है। इससे सालाना दो से पांच करोड़ रुपये आय और पांच करोड़ रुपये से अधिक आय वाले लोगों को अब ज्यादा कर देना होगा।
बिज़नेस स्टैंडर्ड रिसर्च ब्यूरो द्वारा संकलित आंकड़ों के मुताबिक स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध कंपनियों में 2017-18 में 366 कार्याधिकारियों की कमाई पांच करोड़ रुपये से अधिक थी जबकि 588 कार्याधिकारियों की आय दो करोड़ रुपये से पांच करोड़ रुपये के बीच थी। कुल मिलाकर वित्त वर्ष 2018 में 901 सूचीबद्ध कंपनियों के 1,720 अधिकारियों का सालाना पारितोषिक एक करोड़ रुपये से अधिक थी।
भारतीय उद्योग जगत में सर्वाधिक कमाई करने वाले कार्याधिकारियों की सूची में प्रवर्तकों की संख्या अधिक है लेकिन कुछ पेशेवर भी इसमें अपनी जगह बनाने में सफल रहे हैं। एक्जक्यूटिव सर्च फर्म एगॉन जेनडर इंडिया के पार्टनर विवेक खेमका ने कहा, 'प्रौद्योगिकी, बैंकिंग और वित्त क्षेत्र के पेशेवर सर्वाधिक कमाई करने वालों की सूची में शामिल हैं।
वर्ष 2017-18 में सर्वाधिक कमाई करने वाले शीर्ष कार्याधिकारियों में टेक महिन्द्रा के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी सी पी गुरनानी, लार्सन ऐंड टुब्रो समूह के अध्यक्ष ए एम नाइक, सन टीवी का मारन परिवार और हीरो मोटोकॉर्प के प्रवर्तक पवन मुंजाल, जेएसडब्ल्यू स्टील के सज्जन जिंदल और अपोलो से जुड़ा कंवर परिवार शामिल है। इन सभी अधिकारियों और भारतीय उद्योग जगत में सालाना पांच करोड़ रुपये से अधिक कमाई करने वाले लोगों पर इस साल से 42.74 फीसदी कर लगेगा। इसी तरह जिन लोगों की सालाना आय दो करोड़ रुपये से पांच करोड़ रुपये तक है, उन्हें अपनी आय पर 39 फीसदी कर देना होगा।
पिछले साल तक इन दोनों श्रेणियों में शामिल करदाताओं पर 35.88 फीसदी कर लगता था। इसमें 15 फीसदी अधिभार, चार फीसदी उपकर और 30 फीसदी आय कर शामिल था। दो से पांच करोड़ रुपये तक कमाई करने वाले करदाताओं पर अधिभार बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया गया है जबकि पांच करोड़ रुपये से अधिक सालाना आय वाले करदाताओं को 37 फीसदी अधिभार देना होगा। चार फीसदी अतिरिक्त उपकर इस वर्ष भी लागू होगा। सूचीबद्ध कंपनियों के अधिकारियों के अलावा गैर-सूचीबद्ध कंपनियों और विदेशी कंपनियों के अधिकारी, विधि और लेखा फर्मों में वरिष्ठ पार्टनर, फिल्म अभिनेता और खिलाड़ी भी सर्वाधिक कर श्रेणी के दायरे में हैं। लेकिन देश में करीब 80 हजार ऐसे करदाता हैं जिनकी सालाना कमाई एक करोड़ रुपये से अधिक है।
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